दिलीप मिश्रा, DEWAS. देवास में जोया हनी ट्रेप का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ फिर एक मामला सामने आ गया। इसमें देवास के नुसरत नगर में रहने वाली एक महिला पहले युवाओं के नंबर का जुगाड़ करती थी, फिर उनसे दोस्ती कर उनके साथ संबंध बनाती और फिर उन्हें रेप केस में फंसाने का डर दिखाकर लाखों रुपए ऐंठती रही। अपने परिजनों के अलावा एक रिक्शा चालक इस ब्लेक मेलिंग में महिला का साथ देते थे। एक-दो नहीं बल्कि उसने देवास में कई लोगों को अपना शिकार बनाया। जो उसके चक्कर में नहीं फंसता उसे विधवा बताकर पहले मदद मांगती और फिर उससे नजदीकियां बढ़ाकर अपने चक्कर में फंसा लेती थी। अभी तक चार पीड़ित पुलिस की शरण में पहुंचे हैं जिनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 384 के तहत एक्सटार्शन का मामला दर्ज किया है।
पहले मामले की आरोपी जोया जेल में है
बता दें कि देवास में हनी ट्रेप का यह मामला कोई नया नहीं है। इसके पहले भी एक चिकित्सक हनी ट्रेप का शिकार हो चुका है। जिसकी आरोपी जोया अभी जेल में है। उस मामले में जहां वकील और डाक्टरों की संलिप्तता की बातें सामने आई थी, वहीं दो चिकित्सक और एक वकील सहित जोया को आरोपी बनाया गया था। वहीं अब नुसरत नगर की रहने वाली एक महिला अपने हुस्न के जाल में लोगों को फंसाकर ब्लेकमेलिंग का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है उसने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। पुलिस को उम्मीद है कि और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं।
यह खबर भी पढे़ं
रुपए ऐंठने के बाद भी रेप का केस दर्ज करा दिया
इस मामले में कलमा के एक पीड़ित हुकुम मुकाती से 3 लाख रुपए लेने के बाद भी रेप के झूठे केस में फंसा चुकी है। जब उसे पता चला तो वह भी थाने पहुंचा और उसने भी अपनी पीड़ा पुलिस को सुनाई। हुकुम मुकाती ने बताया कि पहले तो उसने अपने पति की मौत होने की बात करते हुए बच्चों के बीमार होने की परेशानी बताई तो हुकुम मुकाती ने दस हजार दे दिए। फिर उससे नजदीकियां बढ़ाई, फोन पर बातों का सिलसिला शुरू हुआ और उसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन में करके शिकायत वापस लेने के नाम पर 3 लाख रुपए ऐंठ लिए। उसके बाद भी रेप का केस दर्ज करा दिया। जिसमें हुकुम मुकाती को जेल भी जाना पड़ा और वह 90 दिन जेल में भी रहकर आया है।
दूसरे मामले में दो लोगों से 2.50 लाख रुपए लेने के बाद भी ब्लैकमेल करना जारी
इसी तरह स्टेशन रोड के एक होटल संचालक नाजिम पिता करामत शाह के मोबाइल नंबर ऑटो चालक के माध्यम से लेकर उससे दोस्ती की और उससे संबंध बनाने के बाद एक लाख रुपए से अधिक ऐंठ लिए। उसके बाद भी चार लाख की मांग कर रही थी, जिससे परेशान होकर पीड़ित पुलिस की शरण में पहुंचा। इसी तरह एक अन्य शख्स आरिफ शेख से दोस्ती कर उससे भी रुपए ऐंठना शुरू किए। पहले आरिफ ने उसे 30 हजार में एक एक्टिवा दिलवाई तो उसके बाद महिला ने पीड़ित को ब्लेकमेल करना शुरू कर दिया उससे भी महिला करीब डेढ़ लाख रुपए ऐंठ चुकी है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी महिला बुशरा बी और उसकी मां नूर बानों निवासी नुसरत नगर को आरोपी बनाया है।
आरोपी का पति आया सामने-बोला मैं जिंदा हूं
देवास में हनी ट्रेप के मामले में दर्ज हुई एफआईआर के बाद आज पुलिस ने मामले में लिप्त मां-बेटी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने एबी रोड कोर्ट के समीप से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इधर हनी ट्रेप की मुख्य आरोपी बुशरा का पति भी आज सामने आया उसने कोतवाली थाने में आकर कहा कि बुशरा जो कह रही है कि उसका पति मर गया...। मैं मरा नहीं हूं मैं जिंदा हूं। मैं भी उससे प्रताड़ित हुआ हूं और आठ साल से हम अलग रह रहे हैं। मुझे भी बुशरा और उसकी मां ने घर से निकाल दिया था..., घर का सामान बाहर फेंक दिया था।
आरोपी बुशरा और उसकी मां नूर बानों गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में आरोपी बुशरा और उसकी मां नूर बानों को आज गिरफ्तार कर लिया है। इधर बुशरा हनीट्रेप का मामला सुर्खियों में आने के बाद उसका पति रफीक भी सामने आया। उसने भी कोतवाली पुलिस में आवेदन दिया है। उसने बताया कि वह रतलाम में रहता है। आठ साल से वह बुशरा से अलग रह रहा है। इन मां बेटी ने उसे भी प्रताडि़त कर दिया था, उसका सामान बाहर फेंककर उसे घर से निकाल दिया गया था। वह अपने हर नए शिकार को कहती है कि उसका पति मर चुका है, लेकिन हकीकत तो यह है कि मैं जिंदा हूं। फिलहाल पुलिस ने हनीट्रेप की आरोपी महिला बुशरा बी और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है। इन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड़ मांगा जाएगा। पुलिस पूछताछ में अब नए खुलासे होने की उम्मीद हैं, कि उसके इस रैकेट में और कौन-कौन लोग शामिल थे, जिनकी मदद से वह हनीट्रेप जैसी वारदात को अंजाम देती थी... और अब तक वह कितने लोगों को अपना शिकार बना चुकी है।