हर्षित तिवारी, KHATEGAOW. देवास के खातेगांव ब्लॉक में बिजलगांव बसा है। यहां सरकार ने गरीब मजदूरों के बच्चों के पढ़ने के लिए 1 करोड़ 75 लाख की लागत से सरकारी स्कूल बनाया था। यह लोकनिर्माण के पी.आई.यू एजेंसी की देख रेख में किया गया था।
सीएम शिवराज ने वर्चुअल किया था लोकर्पण
प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह ने इस बिल्डिंग का वर्चुअल लोकार्पण किया था, और खातेगांव विधायक ने भी इस विद्यालय का फीता काटकर शुरुआत की थी। लेकिन ठेकेदार की मनमानी के चलते बिल्डिंग में घटिया स्तर का निर्माण किया गया। बिल्डिंग बने 1 साल भी पूरा नहीं हुआ है अभी से स्कूल बिल्डिंग की दीवारें फटने लगी हैं, इसके अलावा खिड़किया,कोटे (फर्स) की भी फिटिंग भी सही ठंग से नहीं की गई। यहां तक बिल्डिंग की कलर पुताई भी सहीं रूप से नही हो पाई।
ग्रामीणों की उम्मीदों पर फिरा पानी
सरकार और ग्रामीण बच्चों की मंशा थीं कि बीजलगांव में अच्छा स्कूल मिलेगा। लेकिन यह नही मालूम था कि इस बिल्डिंग का निर्माण कर रहे ठेकेदार इस प्रकार का घटिया निर्माण करेगा। 1 साल के अंदर ही घटिया निर्माण की पोल खुल जाएगी।
ग्रामीणों ने काम का किया था विरोध
जब इस स्कूल की बिल्डिंग का रात में काम चल रहा था तब ग्रामीणों को सूचना लगी थी इस बिल्डिंग के मटेरियल में धूल-मिट्टी मिलाई जा रही। तो ग्रामीणों ने मौके पर भी पुहंचकर विरोध भी किया था लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। बताया जाता है कि ठेकेदार को राजनीति संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण कुछ भी नहीं हो पाता है।
तहसीलदार ने कही जांच कराने की बात
इस मामले में तहसीलदार आर.के गोहा को पहले जानकारी दी गई थी। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। तहसीलदार ने नए कलेक्टर को SDM के माध्यम से जानकरी भेजकर जांच में लिया है। जल्द ही ठेकेदार और भ्रष्टाचार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
●लेकिन सवाल तो यह कि जब इस आलीशान बिल्डिंग का काम चल रहा था क्या जिम्मेदार अधिकारियों ने इस कि मानिटरिंग नहीं की।
●क्या भ्रष्टाचार के पैसे की बंदरबांट अधिकारियों से लेकर नेताओं तक हुई।
● क्या स्कूल में हुए घटिया निर्माण की जिम्मेदारी विभाग लेगा
● क्या ऐसे ठेकेदार पर विभाग कार्रवाई करेगा।