SAGAR. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खिया में रहतें है। एक बार फिर धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान सामने आया है। द केरल स्टोरी को लेकर कहा कि दूसरे धर्म का विचार करने से अच्छा अपने धर्म पर मरना ठीक है। दूसरे धर्म पर उतना ही विश्वास करना चाहिए, जितना समुद्र में डाले हुए सिक्के मिलने का भरोसा है।
जिले में तीन दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन
दरअसल, सागर जिले में तीन दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार रात प्रश्नोत्तरी के दौरान उन्होंने यह बात कही हैं। द केरल स्टोरी फिल्म पर बाबा बागेश्वर ने कहा कि ये एक सत्य घटना पर आधारित स्टोरी है। यह देश की वर्तमान परिस्थिति है और हम सब हिंदू सोए हुए हैं। लोग समझ नहीं पा रहे हैं और मुझे कहते हैं कि आप भड़काऊ बयान देते हैं। हमारी बातें भड़काऊ नहीं हैं बल्कि हिंदुओं को जगाने के लिए हैं।
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मंदिर सनातन की शिक्षा नहीं देंगे ऐसी घटनाएं होती रहेंगी
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जो हुआ है, वहीं इस फिल्म में दिखाया गया है। सभी हिंदुओं का यह दुर्भाग्य है कि जब तक भारत के प्रत्येक मंदिर हिंदुओं को शिक्षा नहीं देंगे कि सनातन क्या है? हिंदू क्या है? तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। बाबा ने ज्ञानवीर कॉलेज कंपाउंड में हो रही प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को बताया कि इस फिल्म से समझ जाना चाहिए कि हमको जगना है, हमारी बहनों को तो खासकर यह जान लेना चाहिए।
दूसरे मजहब पर उतना भरोसा करें जितना समुद्र में डाले सिक्के मिलने का
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि गीता में भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते है कि दूसरे धर्म का विचार करने से अच्छा अपने धर्म में मरना ठीक है। इसलिए दूसरे मजहब और पंथ के व्यक्ति पर उतना ही भरोसा करना चाहिए, जितना हमको समुद्र में डाले हुए सिक्के मिलने का भरोसा है।