KHANDWA. खंडवा आए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ता पर भड़क गए। वे कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत कर रहे थे। तभी अपनी बात कहने के लिए कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘आप सब बोल लीजिए, बाकी कांग्रेस जाए भाड़ में’। दरअसल, सम्मेलन में विधानसभा स्तर के नेता मंच पर बारी-बारी से समस्या और सुझाव रख रहा थे। सम्मेलन के समापन सत्र में एक नेता को बुलाया गया। तो पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव गुट के नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। वे दर्शक दीर्घा में बैठे दिग्विजय सिंह के पास गए और कहा कि हमें भी बोलने का मौका दीजिए।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पहले तो आप लोग शांत रहिए
इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘पहले तो आप लोग शांत रहिए। हम लोग सबको सुनेंगे, जिसे जो बोलना है, बोलिएगा। बाकी भाड़ में जाए कांग्रेस। खंडवा वालों ये क्या तरीका है आपका, तभी कांग्रेस की ऐसी हालत बना रखी है।’ दरअसल अरुण यादव समर्थक पूर्व शहर अध्यक्ष इंदल सिंह पंवार, विकास व्यास दिग्विजय सिंह के पास यह कहने गए थे कि हमें मंच पर बोलने का मौका नहीं दिया गया। दरअसल, कांग्रेस ने इंदल सिंह को 16 मार्च के दिन 6 साल के लिए निष्कासित कर रखा है। वहीं, विकास व्यास को कारण बताओ नोटिस दिया था। हंगामा होते देख दिग्विजय सिंह ने वीडियोग्राफी कर रहे मीडियाकर्मियों को बाहर जाने को कह दिया। वे इस बात को लेकर चिंता में थे कि सम्मेलन में मीडिया को एंट्री किसने दी। सम्मेलन खत्म होने के बाद दिग्विजय सिंह से दैनिक भास्कर ने पूछा कि उन्होंने नाराजगी जताई, लेकिन उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
इंजीनियर से लेकर मुख्यमंत्री तक 8 जगह पर पैसा बंटता है
खंडवा में दिग्विजय सिंह ने कहा, मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। यहां जनपद के सब इंजीनियर से लेकर मुख्यमंत्री तक 8 जगह पर पैसा बंटता है। नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान जब मैं CM शिवराज सिंह चौहान के गांव जैत पहुंचा, तो सड़कें और गांव डंपरों से पटे हुए थे। CM ने शपथपत्र में 9 करोड़ की संपत्ति बताई है। उन्होंने इतनी संपत्ति कहां से अर्जित की। हमारी सरकार आती है तो एक-एक भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे।
मुख्यमंत्री बताएं अपने 20 साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा
चुनावी साल में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह प्रदेश दौरे पर हैं। आज खंडवा में कांग्रेस संगठन से चर्चा से पहले पूर्व मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, किसान की आय दोगुनी करने का दावा करने वाले खुद की आय बढ़ा रहे हैं। हमारी सरकार 5 साल के लिए चुनी गई थी। भाजपा वाले हमारे से 15 महीने का हिसाब मांगते हैं। मैं शिवराज को चैलेंज करता हूं कि वे बताएं अपने 20 साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा। दिग्विजय सिंह ने 10 साल में इंदिरा सागर सहित कई परियोजनाएं दी हैं। मुझे मिस्टर बंटाधार कहते हैं। इनके लोग ठेकेदार बने हुए हैं। ऐसी कोई योजना नहीं बची, जो बंटाधार की भेंट नहीं चढ़ी।
बीजेपी के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के प्रकरण की पोल खोलेंगे
दिग्विजय ने कहा, मध्यप्रदेश में हमारी सरकार बनेगी तो भारतीय जनता पार्टी और बजरंग दल के लोगों के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया जाएगा, जिन्होंने पाकिस्तान की ISI एजेंसी के लिए जासूसी का काम किया है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में हुए एक-एक भ्रष्टाचार के प्रकरण की पोल खोली जाएगी।
मोदी जी सिर्फ अपना चेहरा दिखाने के लिए खुद उद्घाटन कर रहे हैं
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से नहीं करवाना भारत के राष्ट्रपति का अपमान है। भारत की राष्ट्रपति झारखंड जाकर न्यायालय भवन का उद्घाटन कर सकती हैं, लेकिन दिल्ली में रहते हुए राष्ट्रपति भवन का उद्घाटन नहीं कर सकतीं। पहले राष्ट्रपति को आदिवासी बताकर श्रेय लिया और अब मोदी जी सिर्फ अपना चेहरा दिखाने के लिए खुद उद्घाटन कर रहे हैं। उनकी फ्रेम इस तरह बनती है कि फोटो में कोई दूसरा नेता नहीं नजर आता है।
बैठक की शुरुआत वंदे मातरम गीत से की
दिग्विजय सिंह ने गौरीकुंज सभागार में कांग्रेस संगठन की बैठक ली। यहां विधानसभा के दावेदारों से वन टू वन चर्चा की। बैठक कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम गीत से की। इससे पहले दिग्विजय सिंह ने बड़ाबम स्थित उद्यान में पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे। इस दौरान जिला प्रभारी कैलाश कुंडल, शहर अध्यक्ष डॉ. मुनीश मिश्रा, राजनारायण सिंह, अवधेश सिंह सिसौदिया, अजय ओझा, बुरहानपुर विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा, अणिमा उबेजा, रचना तिवारी आदि मौजूद थे।
दिग्विजय सिंह की बैठक में कई बार हंगामा हुआ
खंडवा विधानसभा में ब्लॉक, मंडल, सेक्टर सहित कार्यकर्ता सम्मेलन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के आतिथ्य में हुआ। बैठक के दौरान कई बार हंगामा हुआ। हंगामे की वजह अरुण यादव गुट के नेताओं को मंच पर भाषण के लिए नहीं बुलाना थी। मंच संचालन कर रहे शहर अध्यक्ष डॉ. मुनीश मिश्रा ने जैसे ही आखिरी नाम कमलनाथ समर्थक कुंदन मालवीय का लिया, तो अरुण यादव समर्थक बिफर पड़े। वे सीधे कार्यकर्ताओं के बीच बैठे दिग्विजय सिंह के पास गए। उनसे कहा कि हम भी पदाधिकारी हैं, लेकिन मंच पर नहीं बुलाया जा रहा है। दिग्गी ने सबको बारी-बारी से मंच दिलाया। इसके बाद मामला शांत हुआ।बैठक में संगठन पर जोर देने की बजाय एक-दूसरे पर चुनाव के समय गुटबाजी के आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। आखिर में दिग्विजय सिंह ने खंडवा के संगठन पर निराशा व्यक्त की।
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