राकेश पटेल, SATNA. त्रिस्तरीय पंचायत के तहत ग्रामीण विकास की पहली सीढ़ी में जमकर लूट खसोट मची है । पंचायत में निर्माण कार्य के साथ-साथ हितग्राही मूलक योजनाओं में भी जमकर भ्रष्टाचार हो रहा । ताजा मामला सहिजना ओबारी पंचायत का है जहां सचिव जल्लाद बन गया । पंचायत में हुई अकाल मौत के बाद दी जाने वाली 5 हजार की अंत्येष्टि सहायता तक हड़प ली तो निर्माण कार्य में 10 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहा। ऐसे में सरपंच और ग्रामीणों ने सचिव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । उच्च अधिकारियों से सचिव की शिकायत की है । मामले के जांच के आदेश जारी हो चुके हैं।
ग्रामीणों में आक्रोश
उचेहरा जनपद के सहिजना ओबारी पंचायत के सरपंच और ग्रामीण आंदोलित है । वजह पंचायत सचिव है । दरअसल इस पंचायत के सरपंच ने ग्रामसभा में भ्रष्टाचार मुक्त स्थानीय प्रशासन देने का प्रस्ताव ग्रामसभा में रखा और प्रस्ताव पास हुआ । मगर ये प्रस्ताव सचिव शीतेंद्र सिंह को रास नहीं आया । ऐसे में सरपंच व सचिव में बीच तलवारे खिंच चुकी है और पंचायत का कार्य पूरी तरह ठप्प हो चुका । हर पंचायत में रबी की फसल के सिंचाई के लिए स्टापडैमो में पानी रोकने के आदेश जारी हुए। मगर सहिजना ओबारी में बने स्टापडैम आज भी खुले हैं और पानी बेकार बह रहा । इतना ही नहीं नाली निर्माण का एक कार्य हुया जिसका भुगतान भी नहीं हो रहा। सरपंच की मानें तो सचिव दस प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहा । सरपंच और ग्रामीण सचिव की शिकायत करने जिला मुख्यालय पहुचे और सीईओ से लिखित शिकायत की है।
जांच के आदेश जारी
इस पंचायत में इस वर्ष चार अकाल मौत हुईं। दो की मौत जहरीले सर्प के काटने से हुई तो एक कि मौत करेंट और एक युवक की मौत नदी में डूबने से। सरकार की मंशानुसार सम्बल योजना के तहत पाच हजार अंत्येष्टि सहायता तुरंत देने की व्यवस्था है लेकिन कई महीने बीतने के बावजूद ये राशि पीड़ितों को नही मिली। राशि सरपंच सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से पंचायत मद से निकल चुकी लेकिन ये राशि का चेक सचिव अपने पास रखे हुए हैं और हितग्राहियों को देने में आनाकानी कर रहे हैं। जिला पंचायत सदस्य की अगुआई में सरपंच और ग्रामीण सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जिला सीईओ को सचिव की शिकायत करने पहुंचे। हालकि सीईओ का व्यवहार शिकायतकर्ताओं के साथ रूष्ट रहा। हालांकि जिला पंचायत सीईओ जनपद को मामले की जांच के आदेश जारी किए हैं।