आशीष मालवीय, ASHOKNAGAR. अशोकनगर के जिला चिकित्सालय में नवजात शिशु बदलने का गंभीर मामला सामने आया है। लेकिन जब परिजनों ने हंगामा किया तो बाद में लड़की बदल कर लड़का बापिस लौटा दिया गया। दरअसल अशोकनगर के शंकर कालोनी निवासी वर्षा सेन ने बेटे को जन्म दिया था जिसे अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में रखा गया था।
परिजन ने बच्चा बेचने का आरोप भी स्टॉफ पर लगाया
जब परिजन अपने बेटे को लेने पहुंचे तो स्टाफ उनकी गोद में बेटी देने लगे। यह देख कर परिजन असमंजस में पड़ गए कि उनके घर का बेटा आखिर बेटी में कैसे बदल गया। जब परिजनों ने बेटी लेने से इंकार कर दिया और अपना बेटा लेने पर अड़ गए और बच्चा बेचने का आरोप भी स्टॉफ पर लगाया गया। मामले ने तूल पकड़ा और जब कहासुनी ज्यादा बढ़ गई तो मेडिकल स्टाफ के पसीने छूट गए। उन्होंने परिजनों से उनका बेटा शाम को देने की बात कह दी और यह बात किसी को न बताने को भी कहा गया। फिर बाद में शाम को परिजनों को उनका बेटा सौंप दिया गया।
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गलती से बच्चा बदल गया है तो यह घोर लापरवाही है
प्रसूता महिला वर्षा सेन ने बताया कि उनके बेटे को अशोकनगर जिले के ही सांदोह गांव में किसी महिला को दे दिया गया था जिसे बेटी हुई थी, लेकिन जब हमने आपत्ति जताई तो शाम को गांव से हमारा बेटा मंगवा कर हमको वापस दे दिया गया। अपने नौनिहाल को गोद में पाकर एक ओर जहां मां और परिजन काफी खुश हुए वहीं दूसरी ओर खुशी से उनकी आंखें भी नम हो गईं। हालांकि, इस मामले में मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी पल्ला झाड़ते नजर आए। जो भी हो इस पूरे मामले में यदि जानबूझ कर बच्चा बदला गया है तो गंभीर अपराध और गलती से बच्चा बदला गया है तो घोर लापरवाही उजागर हो रही है।