Damoh. दमोह जिले के जबेरा ब्लाक का पड़रिया थोबन गांव प्रदेश का पहला स्मार्ट गांव है। यहां बिना किसी सरकारी मदद के गांव के युवाओं ने इसे स्मार्ट गांव बनाया है। सामान्य गांव से स्मार्ट गांव बनने तक के सफर पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 15 जनवरी दिन रविवार मकर सक्रांति के अवसर पर ओम शिव शक्ति फिल्म्स इंटरनेशनल के यूट्यूब चैनल पर रिलीज की जा रही है। दमोह जिले के स्मार्ट गांव पडरिया थोबन गांव पर बनी फिल्म जिले में काफी दिनों से चर्चा का विषय बनी हुई है।
ओम शिव शक्ति फिल्म्स इंटरनेशनल के बैनर तले बॉलीवुड सिनेमैटोग्राफर दमोह निवासी हरीश पटेल द्वारा निर्मित निर्देशित की गई इस फिल्म की हाल ही में महाकौशल फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग हुई थी। जहां इस फिल्म को पुरस्कृत किया गया था। फिल्म के निर्देशक हरीश पटेल बताते हैं कि इस फिल्म को बनाने का मकसद गांव के युवाओं व गांववासियों की मेहनत को पर्दे के माध्यम से उतारकर फिल्म के द्वारा देश, विदेश के लोगों के सामने लाना था। इस फिल्म को देखकर अवश्य ही अन्य गांव के लोग प्रेरणा लेंगे और अपने - अपने गांव में सुधार की कोशिश करेंगे।
हरीश पटेल हमेशा समाज को मैसेज देने वाली फिल्मों का निर्माण निर्देशन करते रहे हैं। जिनमें पानी की समस्या पर किल्लत आफ वाटर, सड़क दुर्घटना पर जान है तो जहान है, क्राइम पर बनी फिल्म स्टॉप इट और कोरोना पर मैसेज देती फिल्म किल कोरोना प्रमुख है। उनकी सभी फिल्में नेशनल, इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में पुरस्कार पा चुकी है। हरीश पटेल ने कहा कि ये गांव मेरा डॉक्यूमेंट्री फिल्म को भी महाकौशल फिल्म फेस्टिवल के बाद दो अन्य बड़े फिल्म फेस्टिवल के लिए भेजा गया है जिसकी घोषणा जल्दी ही की जाएगी।
- ये भी पढ़ें
स्मार्ट गांव पडरिया थोबन के युवा अनुज बाजपेई की पहल पर यह गांव आज स्मार्ट गांव का दर्जा पा चुका है। फिल्म की रिलीजिंग पर उत्साहित अनुज बाजपेई ने कहा कि यह फिल्म हमारे गांव के लिए मील का पत्थर साबित होगी। हाल ही में हमारे गांव में भी इस फिल्म का प्रीमियर शो गांववासियों व अन्य गांव वालों के समक्ष किया गया था जिसमें लोगों का सकारात्मक परिणाम देखने मिला था आगे भी हम हर माध्यम से इस फिल्म के द्वारा लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास करेंगे। ताकि वो भी अपने अपने गांव पर कार्य कर सकें। गांव सुधरेगा तो देश सुधरेगा गांव से ही हमारी संस्कृति परंपरा का विकास संभव है।
फिल्म के निर्देशक हरीश पटेल ने बताया कि फिल्म फेस्टिवल के साथ-साथ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी फिल्म ये गांव मेरा भेजी गई है। इससे पहले उनकी शॉर्ट फिल्म किल कोरोना भी विभिन्न ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो चुकी है। हरीश ने अपनी समस्त टीम और गांव वासियों को फिल्म की रिलीजिंग पर शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। उनका कहना है कि अगर इस फिल्म को देखने के बाद कोई भी गांव स्मार्ट गांव बनने की दिशा में कदम बढ़ाता है तो हम उस पर भी आगे भविष्य में फिल्म जरूर बनाएंगे और उसे भी लोगों के सामने लाएंगे।