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जब कोई मुख्यमंत्री (CM) ही कहे कि नदी के मुहाने पर से कोई किसी को हटा नहीं सकता तो फिर उस नदी को बचा पाना मुश्किल होता है। सीएम शिवराज सिंह चौहान की यह चंद लाइनें भले ही तात्कालिक परिस्थितियों में वोट बैंक को साधने के लिए कही गई हों, लेकिन उनके इस बयान ने कलियासोत (Kaliasote River) के मामले में आग में घी का काम किया। उसका असर ये हुआ कि नदी के ग्रीनबेल्ट पर जमकर अतिक्रमण (Encroachment) हो गया। आज कलियासोत का ग्रीन बेल्ट शहरी क्षेत्र में 70% तक अतिक्रमण की चपेट मंR है। यहां किसी बिल्डर ने पार्क बना दिया तो किसी ने रेसीडेंस फ्लैट। यहां तक की बिल्डर ने इस मौके को भुनाते हुए लोगों को रिवर व्यू (River View) का लालच देकर महंगे दामों पर फ्लैट बनाकर बेच दिए। जब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) का फैसला आया, तब लोगों को अहसास हुआ कि वे ठगे गए हैं।
नदी के ग्रीनबेल्ट को लेकर क्या है नियम...
शहर के विकास (Development) का खाका टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (T&CP) द्वारा तैयार किया जाता है। T&CP ने भोपाल शहर के विकास के लिए मास्टर प्लान (Master Plan) 2005 बनाया। इसमें स्पष्ट लिखा कि कलियासोत नदी के दोनो छोर से 33-33 मीटर की जमीन पर सघन पौधरोपण (Dense plantation) किया जाएगा। 2031 के मास्टर प्लान में भी इस बात का जिक्र किया गया कि नदी के छोर से 33 मीटर तक की जगह पर निर्माण नहीं हो सकता। फिर सवाल यह उठता है कि आखिर नदी पर 500 से ज्यादा अतिक्रमण हुए कैसे?
इस तरह बिल्डर घोंट रहे कलियासोत का गला...
1. भूमिका की पार्किंग, शिर्डीपुरम का रोड ग्रीन बेल्ट पर
कोलार रोड पर स्थित भूमिका रेसीडेंसी (Bhoomika Residency) की पार्किंग को ग्रीन बेल्ट पर बनाया गया है। यदि हम नदी के किनारे से 33 मीटर नापेंगे तो सोसाइटी के नदी के ओर की पूरी पार्किंग ग्रीन बेल्ट मे मौजूद है। जानकार बताते हैं कि भूमिका की पहली बिल्डिंग का कुछ हिस्सा भी ग्रीन बेल्ट में है, पर यहां मौजूद गार्ड की आपत्ति के कारण इसे नापा नहीं जा सका। वहीं भूमिका से लगकर शिर्डीपुरम भी है। इसकी सीमेंटेड (CC) रोड और बंगले (Bungalow) भी ग्रीन बेल्ट पर ही है।
2. अल्टीमेट कैंपस का पार्क का भी अतिक्रमण
भूमिका और शिर्डीपुरम से लगी हुई ही अल्टीमेट कैंपस (Ultimate Campus) का पार्क भी नदी से लगाकर बना दिया गया। अल्टीमेट मल्टी के एंड की ओर नदी पर एक 15 से 20 फीट चौड़ी दीवार बनाई गई है। यदि नदी के फुल टैंक लेवल से 33 मीटर नापें तो मल्टी का एक कॉर्नर भी ग्रीनबेल्ट में होगा।
3. नदी के सीने पर खड़ी सर्वधर्म की कई मल्टी, सिग्नेचर-99 का स्वीमिंग पूल भी अतिक्रमण
कलियासोत नदी के सीने पर सर्वधर्म सेक्टर (Sarvdharm Sector) की कई मल्टी खड़ी हुई हैं। सर्वधर्म फेस-1 और 2 में दसियों ऐसे निर्माण हैं जो नदी से सटकर बनाए गए हैं। सर्वधर्म का नदी पर इस कदर अतिक्रमण है कि यहां ग्रीन बेल्ट जैसी कोई चीज ही नहीं दिखती। वहीं सिग्नेचर-99 (Signature 99) के पार्क और स्वीमिंग पूल को भी नदी के ग्रीन बेल्ट पर ही बनाया गया है।