आमीन हुसैन, RATLAM. रतलाम में आज प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कारवाई की। सुबह जल्दी कार्रवाई शुरू कर सर्वे क्रमांक 87 की 2.6 हेक्टयर जमीन को अपने कब्जे में किया। यह जमीन मिशन कंपाउंड के नाम से जानी जाती थी। इस जमीन पर एक हॉस्पिटल भवन भी था जिसे मिशन हॉस्पिटल के नाम से जाना जाता था।
प्रशासन ने गोपनीय रूप से 6 बजे मकानों को जेसीबी से गिरा दिया
प्रशासन का अमला इस जमीन पर कब्जे के लिए काफी समय से प्रयासरत था। प्रसाशन ने आज सुनियोजित करते से गोपनीय रूप से 6 बजे अमले सहित पहुंचकर जमीन पर बने मकानों ओर अन्य भवनों को जेसीबी की मदद से गिरा दिया। मकानों में त्रेहन वाले कुछ परिवार सुबह उठते उसके पहले ही अमला पहुंचा और कार्रवाई शुरू कर दी। इन परिवारों को केवल सामान बाहर निकालने का कुछ देर का समय दिया गया। परिवारों के सामन बाहर निकालने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई को तेज किया और कुछ देर में ही जमीन पर बने भवनों को जेसीबी से तोड़ दिए गए।
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14 अक्टूबर के बाद गुरुवार सुबह प्रशासन ने कार्रवाई फिर शुरू की
सैलाना बस स्टैंड महाराणा प्रताप चौक के पास ईसाई समाज के चर्च नाम पर यह जमीन हैं। इस जमीन पर बने मकानों पर 14 अक्टूबर को जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तोड़ना शुरू किया था कार्रवाई के 4 महीने पश्चात गुरुवार सुबह प्रशासन ने कब्जा लेने की कार्रवाई शुरू कर दी। प्रशासन ने यह कार्रवाई सर्वे क्रमांक 87 की जमीन पर की है जिला प्रशासन की अचानक हुई कार्रवाई से समाज जनों की नींद उड़ गई। उल्लेखनीय है कि इस मामले में समाज को स्टे नहीं मिल पाया और प्रशासन ने गुरुवार सुबह कार्रवाई शुरू कर दी।
कार्रवाई शुरू होते ही लोग जागे तो सभी में हड़कंप मच गया
गुरुवार सूर्योदय के पूर्व ही जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम अमला मिशन कंपाउंड पहुंचा और कब्जा लेने की कार्रवाई शुरू कर दी। प्रशासन द्वारा मिशन कंपाउंड जैसे ही जेसीबी से कार्रवाई शुरू की वैसे ही आसपास के लोग जागे सभी में हड़कंप मच गया। प्रशासन और पुलिस की गाड़ियां दनादन अंदर आई और कार्रवाई शुरू कर दी।
कार्रवाई स्थगित करने के कलेक्टर के आश्वासन के बाद जाम हटाया
ज्ञातव्य है कि 14 अक्टूबर को जिला प्रशासन ने नजूल की भूमि पर कब्जा लेने के लिए कार्रवाई शुरू की थी। इसके चलते ईसाई समाज आक्रोशित हो गया था और सैलाना बस स्टैंड पर चक्का जाम करते हुए धरना दे दिया था। इस कारण काफी दिक्कत का भी सामना करना पड़ा। आवागमन प्रभावित हुआ कलेक्टर द्वारा कार्रवाई स्थगित करने के आश्वासन के बाद चक्काजाम समाप्त हुआ था।