/sootr/media/post_banners/076fadb0790ea99377ddb1b7f56dc28b85e8adb58d67412305c5d86191ad8430.jpeg)
Jabalpur. जबलपुर की आयुध निर्माणी खमरिया के एक्सप्लोसिव डिपो (ईडीके) में रात पौने तीन बजे टावर नंबर 7 के पास टी-20 बिल्डिंग में अचानक भयंकर विस्फोट के साथ आग भड़क गई। विस्फोट इतना भीषण था कि जिससे पूरी बिल्डिंग धाराशायी होने के बाद परिसर से सटे जंगल में भी आग लग गई। खबर लगते ही तमाम अधिकारी फायर ब्रिगेड के साथ दलबल सहित मौके पर भागे। अन्य सुरक्षा संस्थान से भी फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां बुलवाई गई ।
ओ.एफ.के की 6,जीसीएफ ,सीओडी ,506 आर्मी बेस वर्कशॉप और व्हीएफजे की कुल 10 दमकल गाड़ियां मौके पर आग पर काबू पाने के लिए जूझती रहीं। कई घंटों बाद आग पर नियंत्रण तो पा लिया गया लेकिन ईडीके के जंगल में लगी आग पर काबू पाना बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। आग पूरे जंगल में न फैले इसका जतन करने काफी कोशिशें की जाती रहीं। बता दें कि जंगल के नीचे भी अनेक खतरनाक एक्सप्लोसिव का भंडारण किया जाता है। वहीं जंगल से सटा हुआ सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो भी मौजूद है।
- यह भी पढ़ें
विस्फोट का कारण अज्ञात
बताया जाता है कि जलने वाले बारूद की चमक रात में इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर से देखी गई। सूत्रों के अनुसार एक्सप्लोसिव डिपो में दूसरी जगह से तैयार होकर आया बारूद और ओएफके में बना विस्फोटक संग्रह करके रखा जाता है। विस्फोट कैसे हुआ इसका ठोस कारण अभी तक अज्ञात है। घटनाक्रम का पता लगाने प्रबंधन हर बार की तरह जांच कमेटी का गठन कर सकता है।
महाप्रबंधक आयुध निर्माणी खमरिया के अशोक कुमार ने बताया कि आयुध निर्माणी खमरिया के ईडीके में रात 2.45 बजे आग लगने की घटना घटित हुई। ईडीके एरिया फैक्ट्री परिसर से बाहर स्थित है। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए फायर बिग्रेड के कर्मचारियों के द्वारा समय रहते काबू में कर लिया गया , घटना में कोई भी कर्मचारी घायल या हताहत नहीं हुआ है।
10 साल में तीसरा भीषण अग्निकांड
खमरिया फैक्ट्री के डिपो में हुआ विस्फोट और आग लगने की घटना बेहद भयावह है। इससे पहले फैक्ट्री में जब तक छोटे मोटे हादसे होते रहते हैं। लेकिन ताजे घटनाक्रम ने लोगों को दहशतजदा कर दिया है। बता दें कि बीते 10 सालों में यह तीसरा बड़ा हादसा है जिसमें विस्फोट की गूंज और आग की लपटें आसमान में देखी गई हैं।