BHOPAL. मध्य प्रदेश में पकड़े आतंकी मॉड्यूल इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े संदिग्धों के मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। एनआईए ने इस केस को टेकओवर कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। एमपी एटीएस (ATS) से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, इस केस में हैंडलर विदेशों में बैठे हुए हैं और कई ऐसी जानकारियां हैं, जिसे सेंट्रल एजेंसी ही इंवेस्टीगेट कर पाएगी। इसलिए जांच NIA को दे दी गई है।
जेहादी मंसूबों को अंजाम देने कई का धर्म परिवर्तन कराया
एमपी एटीएस के अधिकारियों का कहना है कि जांच में पता चला है की देशभर में इस मॉड्यूल ने जेहादी मंसूबों को अंजाम देने के लिए कई लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया है। ऐसे में आगे की जांच सेंट्रल एजेंसी की मदद से ही की जा सकती है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार हुए 16 संदिग्धों में कुछ आरोपी पहले हिंदू थे, धर्म परिवर्तन करने के बाद यह लोग मुसलमान बन गए। यहां तक की आरोपियों की पत्नियों और बच्चों का भी धर्म परिवर्तन करवाया गया था।
इन्होंने करवाया धर्म परिवर्तन
- मोहम्मद सलीम उर्फ सौरभ राजवैध जो हैदराबाद का रहने वाला है. साल 2010 में कन्वर्ट हुआ।
अपने जानने वालों को कर रहे थे कन्वर्ट
जांच एजेंसियों के मुताबिक, इन सभी को एक साजिश के तहत कन्वर्ट किया गया था और फिर ये सभी अपने-अपने कॉन्टेक्ट से जुड़े लोगों को कन्वर्ट करने में लगे हुए थे।
जाकिर नाइक के करीबी ने ब्रेनवॉश किया
सौरभ के पिता का कहना है कि मेरा बेटा 12वीं कक्षा तक आरएसएस की शाखाओं में जाता था। वह पीएचडी करने के बाद भोपाल के एक कॉलेज में प्रोफेसर बन गया था, लेकिन भोपाल के एक कॉलेज में पढ़ाने के दौरान कमाल नाम के एक प्रोफेसर से उनके बेटे का संपर्क हुआ। उस प्रोफेसर ने मेरे बेटे का ब्रेनवॉश करना शुरू कर दिया। पिता का आरोप है कि प्रोफेसर कमाल इस्लामिक कट्टरपंथी जाकिर नाइक का खास हुआ करता था। सौरभ के पिता का कहना है कि मैंने अपने पोतों के नाम बड़े प्यार से अनुनय और वत्सल रखे थे, लेकिन सौरभ ने उनके नाम बदलकर यूसुफ और इस्माइल कर दिए।
सौरभ के परिवार का कहनाः कट्टरपंथी साहित्य पढ़ता था
सौरभ के परिवार का कहना है कि उनके बेटे को जाकिर नाइक की वीडियो दिखाई जाती थी। वह नाइक की तहरीरें सुनता था। कट्टरपंथी साहित्य पढ़ता था। उसे जाकिर नाइक की सीडी और साहित्य दिए जाने लगे। इस्लाम से प्रभावित होने के बाद सौरभ उग्र होने लगा था। वह कमरा बंद कर जाकिर नाइक की सीडी देखता था। मेरे बेटे को साजिश के तहत फंसाया गया है। सौरभ के पिता कहते हैं कि उनके बेटे के साथ चार अन्य लोगों ने भी इस्लाम धर्म अपनाया था। उन्होंने बकायदा इसकी शिकायत पुलिस में की थी, लेकिन तब इन्होंने कह दिया कि उन्होंने अपनी मर्जी से धर्म बदला है।
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हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े 16 में से 8 पहले हिंदू थे
मध्य प्रदेश एटीएस ने हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े 16 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ में हिज्ब-उत-तहरीर के काम करने का तरीका पता चला। इन 16 लोगों में से आठ पहले हिंदू थे, जिनका धर्म परिवर्तन कराया गया था। इन्हें जेहाद की ट्रेनिंग दी गई थी। एटीएस की रिपोर्ट के मुताबिक, हिज्ब-उत-तहरीर के गिरफ्तार सदस्य लड़कियों को लव जिहाद का शिकार भी बना रहे थे और उनसे विस्फोटक सामग्री के साथ-साथ देशविरोधी साहित्य भी बरामद किए गए हैं। बता दें कि, 9 मई को मध्य प्रदेश एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश और तेलंगाना से 16 संदिग्धों को हिरासत में लिया था। इसमें भोपाल से 10, छिंदवाड़ा से एक और तेलंगाना से 5 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था।
देश विरोधी कई दस्तावेज हुए थे बरामद
इनके पास से हिज्ब-उत-तहरीर के देश विरोधी कई संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए गए थे। पूछताछ में कई खुलासे भी हुए हैं। आरोपियों में से तीन लड़के पहले हिंदू थे, लेकिन बाद में उन्होंने मुस्लिम धर्म अपना लिया था। यही नहीं, उन्होंने अन्य हिंदू युवतियों को भी इस्लाम धर्म कबूल करवा दिया और उनसे शादी कर ली। इनमें से भोपाल से सटे बैरसिया का रहने वाला सलीम उर्फ सौरभ भी है। बताया जा रहा है कि जाकिर नाइक के वीडियो देखकर सौरभ का ब्रेन वॉश हुआ था।
आज NIA ने एमपी में रेड मारी है
टेरर मॉड्यूल के इस मामले में NIA ने शनिवार देर रात को एमपी के जबलपुर सहित 18 जगहों पर रेड मारी है। टीम पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन लोगों किन-किन राज्यों में संपर्क हैं। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि इनके अंतरराष्ट्रीय संपर्क कहां-कहां तक हैं।