भोपाल. सालों के इंतजार के बाद मंगलवार को हमीदिया अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ। 11 डॉक्टरों की टीम ने साढ़े चार घंटे आपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद डोनर और रिसीवर दोनों की तबीयत ठीक है। इसके साथ हमीदिया (Hamidia) प्रदेश का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है। जहां किडनी का ट्रांसप्लांट (kidney transplant) किया गया।
आयुष्मान कार्ड से फ्री ट्रांसप्लांट
किडनी ट्रांसप्लांट में प्राइवेट अस्पतालों में 3 से 5 लाख रुपए तक का खर्च आता है। लेकिन आयुष्मान कार्ड (Ayushman card) होने के कारण 55 वर्षीय पुरुष का यह ऑपरेशन पूरी तरह फ्री हुआ है। मरीज को पत्नी ने दी किडनी है। इस ऑपरेशन में 11 डॉक्टरों के साथ 6 नर्सेस भी शामिल थी। ऑपरेशन में शामिल डॉ. हिमांशु शर्मा ने बताया कि सबसे पहले डोनर को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया। जिसके ऑपरेशन में डेढ़ घंटे के करीब लगे। वहीं, रिसीवर के ऑपरेशन में ढाई से तीन घंटे का समय लगा।
किडनी ठीक से काम रही- डॉक्टर
साल 2017 से हमीदिया अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट की कवायद चल रही है। 7 सितंबर को अस्पताल में पहला ऑपरेशन हुआ। डॉक्टर के मुताबिक, सब कुछ ठीक रहा तो डोनर को 3 से 4 दिन और रिसिवर को 10 से 12 दिन में छुट्टी कर देंगे। रिसिवर को साफ पेशाब हो रहा है। यह साइन है कि किडनी ठीक से काम कर रही है। अस्पताल में अभी 18 से 20 लोगों ने किडनी ट्रांसप्लांट के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। हम कम से कम 15 दिन के अंतर पर दूसरा ट्रांसप्लांट तय करेंगे।
मरीज का नहीं लगेगा खर्च
हमीदिया अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए चार लाख रुपए का पैकेज है। इस पैकेज के अनुरूप सरकारी अस्पतालों को आयुष्मान योजना से कुल पैकेज का सिर्फ 60 फीसद ही भुगतान होता है। इस तरह मरीज को कोई भी खर्चा नहीं लगेगा।