Bhopal. मध्यप्रदेश में इन दिनों गोस्वामी तुलसीदास की चौपाईयों के जरिए राजनैतिक घात-प्रतिघात हो रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ के बीच किसी न किसी बात पर सवाल पूछने और वादा नहीं निभाने का आरोप लगाने का चलन पुराना है। लेकिन अब दोनों इसके लिए तुलसीदास की चौपाईयों का सहारा ले रहे हैं।
सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ के बीच यह जुबानी जंग शुक्रवार को भी चली। सीएम शिवराज ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ को झूठा करार दिया। उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास की एक चौपाई सुनाई और कहा कि यह चौपाई कमलनाथ पर एकदम सटीक बैठती है। उन्होंने चौपाई भी सुनाई ‘झूठ ही लेना झूठ ही देना, झूठ ही भोजन, झूठ ही चबैना’ उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने महाझूठ पत्र में वादा किया है। उन्होंने देवी अहिल्याबाई होल्कर निशुल्क योजना शुरू करने का वादा किया था। जिसके तहत बच्चियों को निशुल्क शिक्षा मिलनी थी। बच्चियों को रियायती दरों पर गाड़ी देने और उसका रजिस्ट्रेशन फ्री कराने का वादा भी किया था। वह आपने पूरा क्यों नहीं किया?
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उधर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कलनाथ ने भी पलटवार किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि ‘ शिवराज जी आप झूठ की मशीन हैं, यह तो मध्यप्रदेश की जनता जानती है लेकिन आप वैचारिक रूप से इतने दरिद्र और मर्यादाविहीन हैं, इसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। आज आपने रामचरितमानस की वह चौपाई मुझसे पूछी है जो दिनांक 10 फरवरी 2023 के प्रश्न में मैने आपसे पूछी थी। सवाल पूछने तक में नकल करने वाले शिवराज जी आप हंसी के पात्र बनते जा रहे हैं’।
कमलनाथ ने आगे लिखा कि ‘ मेरा सवाल आपसे यह है कि आपने कुछ समय पहले बाल आशीर्वाद योजना शुरू की थी। जिसमें अनाथ बच्चों की मदद करने का झूठ आपने बोला था। सारे बच्चे चीख-चीख कर कह रहे हैं कि मामा ने हमें धोखा दे दिया। इन अनाथ बच्चों की आंहें सुनकर भी क्या आपका पत्थर दिल पिघलता नहीं हैं। आप सत्य के मार्ग पर सच्चे हृदय से चलने की कोशिश तो करिए, गलत रास्ते पर भी चलेंगे तो ईश्वर आपको सही रास्ते पर ले आएगा।’
इस ट्वीट के बाद कमलनाथ ने भी एक चौपाई लिखी “उल्टा नाम जपत जग जाना,बाल्मीकि भए ब्रह्म समाना।”