देव श्रीमाली GWALIOR. एक तरफ ग्वालियर शहर में छात्राओं और महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों को लेकर परिजन काफी चिंतित हैं क्योंकि आए दिन स्कूली छात्राएं और महिलाओं के साथ छेड़खानी लूटपाट की घटनाएं सामने आ रहीं हैं। इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस एक बार फिर "बेटी की पेटी" अभियान की शुरुआत करने जा रही है। इसको लेकर आज मुरार स्थित उत्कृष्ट शासकीय विद्यालय में पुलिस के आला अधिकारियों ने छात्राओं से संवाद कर "बेटी की पेटी" स्कूल के मुख्य द्वार पर लगाकर इस अभियान शुरुआत की।
इन शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की व्यवस्था
आईपीएस ऋषिकेश मीणा ने इस मौके पर कहा कि इस तरह की पेटियां शहर के अन्य स्कूलों में लगाई जाएंगी जिसमें छात्राओं द्वारा डाली गई शिकायतों पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा और उनका नाम भी गुप्त रखा जाएगा।
छात्राओं ने खुशी जताई
छात्राओं ने पुलिस के इस कदम को सार्थक बताया और कहा कि हमारे साथ अक्सर छेड़खानी की घटनाएं घट जाती हैं लेकिन ना हम अपने परिजनों को बता पाते हैं न ही किसी से कह पाते है।अब हम इस "बेटी की पेटी" का किसी भी घटना के दौरान इस्तेमाल कर सकते हैं और आरोपियों को सजा दिलवा सकते हैं।
पहले भी लग चुकी है बेटी की पावती
गौरतलब है कि ग्वालियर शहर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बेटी की पेटी योजना की शुरुआत तत्कालीन IG ग्वालियर रेंज राजाबाबू सिंह और तत्कालीन SP नवनीत भसीन ने वर्ष 2019 को शहर के अलग-अलग जगहों पर 41 बेटी की पेटी लगाकर की थीं। उस दौरान पुलिस ने थानास्तर पर पेटी को तबज्जो भी दिया था। इस पेटी में कितनी शिकायत आई थीं। थाना प्रभारी उस समय पर पेटी को खोल कर देखते थे और कार्रवाई भी करते थे, लेकिन इन अफसरों के तबादले के बाद इस बेटी की पेटी से पुलिस ने नजर फेर लीं और ज्यादातर जगहों से यह पेटियां ही गायब हो गई हैं।