गुना में सरकारी टीचर के सुसाइड नोट में लिखा- BEO रुपए मांगते हैं, इतने वेतन में परिवार पालूं या बीईओ और जन शिक्षक को रुपए दूं

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Rahul Garhwal
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गुना में सरकारी टीचर के सुसाइड नोट में लिखा- BEO रुपए मांगते हैं, इतने वेतन में परिवार पालूं या बीईओ और जन शिक्षक को रुपए दूं

GUNA. गुना के स्कूल में फांसी लगाकर खुदकुशी करने वाले टीचर का सुसाइड नोट सामने आया है। सुसाइड नोट में बीईओ और जन शिक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दोनों पर प्रताड़ना का आरोप है। सुसाइड नोट में टीचर ने लिखा है कि मैं स्कूल पहुंचने में थोड़ा भी‎ लेट हो जाऊं, तो बीईओ और सीएसी मेरे‎ स्कूल के फोटो ग्रुप में डाल देते थे। इसके‎ बाद मुझसे रुपए मांगते थे, मैं उन्हें रुपए देता था। इतने से वेतन में परिवार पालूं या बीईओ और सीएसी को रुपए दूं।



बीईओ और जन शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई



टीचर धर्मेंद्र सोनी का सुसाइड नोट सामने आने के बाद बीईओ और जन शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की गई है। बीईओ राजीव यादव से प्रभार लेकर उन्हें वापस उनके मूल स्कूल झागर भेज दिया गया है। इसके साथ ही जन शिक्षक छतर सिंह लोधा से भी प्रभार वापस ले लिया है। दोनों आदेश बुधवार को जारी कर दिए गए थे।



क्या था पूरा मामला



बमोरी थाना प्रभारी एसआई विनय शर्मा ने बताया कि घटना के वक्त मंगलवार दोपहर 3:30 बजे स्कूल में कोई छात्र नहीं था। ग्रामीणों ने जब शिक्षक को फंदे पर लटका देखा तो पुलिस को बुलाया। शिक्षक को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शाम को करीब 5 बजे टीचर के परिवार के लोग बमोरी आ गए थे। पोस्टमार्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया गया। बुधवार को टीचर का अंतिम संस्कार किया गया था। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।



सुसाइड नोट में क्या लिखा है?



टीचर के सुसाइड नोट में लिखा है कि मुझे छतर सिंह लोधा सीएसी बमोरी तथा राजीव यादव बीईओ बमोरी द्वारा इतना अधिक प्रताड़ित किया जा रहा है कि मैं मानसिक रूप से परेशान होकर आत्महत्या कर रहा हूं। छतर सिंह द्वारा बार-बार मेरे स्कूल का निरीक्षण किया जाता है। कभी स्कूल बंद का फोटो मेरे मोबाइल पर भेजकर धमकाया जाता है कि बीईओ साहब को भेजूंगा, डीईओ साहब को भेजूंगा। कई बार एक हजार रुपए, ढाई हजार रुपए, पांच हजार रुपए तक दे चुका हूं। इसी वजह से मैं आर्थिक रूप से और मानसिक रूप से बहुत परेशान हो चुका हूं।



निरीक्षण के दौरान यदि मैं स्कूल पर मिल जाता हूं, तो भी परेशान किया जाता है कि बच्चों को कुछ नहीं आता। बच्चे इतना कम क्यों आते हैं, स्कूल का रिकॉर्ड सही नहीं है। खाना मीनू अनुसार नहीं बनता, जबकि खाना बनाने की जिम्मेदारी समूह वाले पर है। बीईओ राजीव यादव द्वारा स्कूल बंद का नोटिस बार-बार दिया जाता है, इसके बदले हजार, ढाई हजार, पांच हजार रुपए की मांग की जाती है।



मेरे परिवार में मेरे वृद्ध माता-पिता तथा मेरी पत्नी, दो बच्चे हैं। अब इतने से वेतन में बच्चों, माता-पिता, पत्नी को पालूं कि बीईओ, सीएसी को रुपए दूं। मेरी प्रशासन से इतनी ही विनती है कि मुझे आत्महत्या करने को मजबूर करने वालों को छोड़ा न जाए और मेरे वृद्ध माता-पिता तथा पत्नी और बच्चों का ध्यान रखा जाए।



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सुसाइड नोट में जिनके नाम, उनके खिलाफ होगी कार्रवाई



जिला शिक्षा अधिकारी चंद्ररशेख सिसोदिया का कहना है कि शिक्षक के आत्महत्या के‎ मामले की पुलिस जांच कर रही‎ है। सुसाइड नोट भी उन्हीं के‎ पास है। सुनने में आया है कि‎ इसमें विभाग के कुछ लोगों के‎ नाम हैं। वे जो भी लोग होंगे,‎ उनके खिलाफ कार्रवाई की‎ जाएगी।


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