UJJAIN. मध्यप्रदेश के एडीजी जेल जी अखेतो सेमा 13 अप्रैल, गुरुवार को उज्जैन पहुंचे और भैरवगढ़ जेल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि जिन लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई है, उनकी भरपाई शासन द्वारा की जाएगी। बता दें कि उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में हुए लगभग 15 करोड़ के गबन का मामला उजागर होने के बाद से ही हड़कंप मचा हुआ है।
कर्मचारी का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा
जेल एडीजी सेमा ने कहा कि किसी भी कर्मचारी का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। DPF (डिपार्टमेंटल प्रोविडेंट फंड) से गबन हुई राशि सरकार लौटाएगी। निरीक्षण के दौरान उनके साथ डीआईजी मंशाराम पटेल भी थे। यहां उन्होंने अफसरों से मुलाकात कर जेल की व्यवस्थाएं देखीं। साथ ही कुछ प्रहरियों से बात भी की।
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जो रिटायर होने वाले हैं, पहले उनके खाते में पैसा आएगा
एडीजी ने कहा कि 67 से 70 कर्मचारियों के लिए उच्च स्तर पर निर्णय हुआ है। इन सभी के खातों में राशि डाल दी जाएगी। चाहे वह एक लाख हो या 10 लाख। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि पैसा कब तक खाते में आएगा। यह जरूर कहा कि जो रिटायर होने वाले हैं, पहले उनके खाते में पैसा आएगा। इसके बाद धीरे-धीरे सभी कर्मचारियों के अकाउंट में पैसा आना शुरू हो जाएगा।
10 आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
जेल ने कहा कि आरोपियों से रिकवरी जारी है। एसआईटी की टीम लगातार जांच कर रही है। कुछ रिकवरी नहीं हो पाई है। अब तक 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनसे 3 करोड़ से अधिक की रिकवरी एसआईटी कर चुकी है। अब डीडीओ को दिए जाने वाले आईडी पासवर्ड पर सख्ती से नजर रखी जाएगी। आने वाले समय में बदलाव किए जा रहे हैं।
13 लोगों को बनाया है आरोपी
मामले में पुलिस ने 13 लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें से 9 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें 3 सटोरिए हैं। कोर्ट के आदेश पर पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज, रिपुदमन, शैलेंद्र सिकरवार इंदौर जेल में बंद हैं। वहीं, अन्य आरोपी शुभम भैरवगढ़ जेल में है।
पुलिस की एसआईटी टीम कर रही जांच
एडीजी ने कहा कि सिर्फ डीपीएफ खाते ही नहीं और अन्य मदों में भी इस प्रकार की धोखाधड़ी हुई है। पुलिस की एसआईटी टीम इस मामले की जांच कर रही है। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।