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ANUPPUR. नानी भी क्या अपने पोते का किडनैप कर सकती है, किसी को विश्वास नहीं होगा। लेकिन मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में ऐसा मामला पुलिस के हाथ लगा है। बताते हैं नानी ने अपने से 15 साल बड़े प्रेमी के कहने पर 11 माह के दुधमुंहे नाती का ही किटनैप कर लिया और बड़वानी में छुपकर रहने लगी। पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान अभियान चलाया तो नानी पकड़ में आई और साजिश का खुलासा हुआ। पुलिस ने इस अभियान में 41 अन्य मामलों में लापता बच्चों की तलाश की और उन्हें परिजनों से मिलाया। इससे इन परिवारों में एक बार फिर खुशियां लौट आईं।
शातिर नानी की कहानी
अनूपपुर के पुरानी बस्ती कोतमा में रहने वाली रानू पनिका का 11 महीना का बेटा 2 फरवरी को अचानक लापता हो जाता है। दो-तीन दिन तक तलाशने के बाद रानू ने 5 फरवरी को थाने में शिकायत की। पड़ताल में पता चला कि अपहरण करने वाला और कोई नहीं, बल्कि रानू की मां गुड्डीबाई है। वह अपने नाती को लेकर इंदौर चली गई है। पुलिस ने उसके मोबाइल की कॉल हिस्ट्री निकाली और पीछा करते हुए इंदौर के पते पर पहुंच गई। वहां पर पुलिस को गुड्डीबाई तो नहीं मिली, लेकिन एक दूसरी महिला मिली। उस महिला ने बताया कि वो आसाराम नाम के व्यक्ति की पहली पत्नी है। गुड्डीबाई आसाराम के साथ ही रह रही है और उसने इंदौर का ही दूसरा पता बताया। पुलिस जब महिला द्वारा बताए गए पते पर पहुंची तो वहां भी गुड्डीबाई नहीं मिली, लेकिन पुलिस के हाथ आसाराम लग गया। पहले ताे वो गुड्डीबाई से संबंध से मना करता रहा, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने सब उगल दिया। बताया कि गुड्डीबाई बड़वानी में नाती के साथ रह रही है। एक हफ्ते पहले ही पुलिस ने बड़वानी जाकर दबिश दी तो नानी गुड्डीबाई और नाती दोनों मिल गए।
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प्रेमी के कहने पर गुड्डी ने किया अपहरण
पुलिस की पूछताछ में गुड्डीबाई ने बताया कि आसाराम हलवाई उसका प्रेमी है। जब आसाराम कोतमा में रहता था, तभी उससे प्रेम हो गया। आसाराम की उम्र 60 साल है और उसकी उम्र 45 साल। जब आसाराम की औलाद नहीं हुई तो उसने गुड्डी से नाती का अपहरण करके ले आने को कहा, ताकि उसे पालकर वारिस बना सके। और गुड्डी आसाराम की बातों में आ गई। उसने साजिश को अंजाम दे दिया।
पुलिस ने 32 बालिकाओं समेत 41 को घर पहुंचाया
ऑपरेशन मुस्कान के दौरान सभी थाना, चौकी प्रभारियों ने लगभग 31,500 किलोमीटर का सफर कर अन्य 41 नाबालिग बालक-बालिकाओं की घर वापसी कराई है। होली के त्योहार पर बच्चों को बरामद कर परिजन की मुस्कान लौटाई है। अभियान के दौरान लंबित 73 गुमशुदगी के मामलों की एसपी जितेन्द्र सिंह पंवार ने हर सप्ताह समीक्षा की। इसके बाद थाना प्रभारियों ने टीमों को रवाना किया था। इन सभी मामलों में अनूपपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई राज्यों से 10 बालक और 32 बालिकाओं सहित कुल 42 नाबालिगों को बरामद किया है।
इन राज्यों से हुए बच्चे बरामद
पंजाब से एक, रायपुर से दो, राजस्थान से एक, छत्तीसगढ़ से एक, गुजरात से एक, बिहार से एक, दादर नगर हवेली से एक, महाराष्ट्र से एक बच्चे को बरामद किया गया। अन्य बच्चों को मप्र के ही अलग-अलग जिलों से बरामद किया गया है।