गुना में पटवारी-तहसीलदार को रिश्वत नहीं दी तो जमीन का मुआवजा रोका,  मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान

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Jitendra Shrivastava
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गुना में पटवारी-तहसीलदार को रिश्वत नहीं दी तो जमीन का मुआवजा रोका,  मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान

नवीन मोदी, GUNA. गुना के सुठालिया में मधुसूदनगढ़ के लिए बनी सड़क में अपनी जमीन खोने वाली एक महिला को अभी तक संपूर्ण मुआवजे की राशि नहीं मिली हैं। मुआवजे की राशि के लिए महिला अधिकारियों से बार-बार गुहार लगा रही है। बीते मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंची महिला एवं उसके परिजनों ने मुआवजा की राशि नहीं मिलने के पीछे  पूर्व मधुसूदनगढ़ तहसीलदार सत्येंद्र सिंह गुर्जर और पटवारी को रिश्वत नहीं देना बताया है। 



35 लाख रुपए मुआवजा लेकिन खाते में साढ़े नौ लाख ही आए



फरियादी श्रीमती कपूरीबाई पत्नी ब्रजलाल अहिरवार ने बताया कि उनके स्वामित्व की भूमि खसरा क्रमांक 61 पहन 28 ग्राम अगरपुरा राघौगढ़ में स्थित है। उनकी यह कृषि भूमि सुठालिया से मधुसूदनगढ़ तक बनने वाली रोड़ में चली गई। जिसका मुआवजा राशि करीब 35 लाख रुपए है, लेकिन उनके खाते में साढ़े नौ लाख रुपए ही आए हैं। उसके लिए भी पटवारी ने डेढ़ लाख रुपए रिश्वत में लिए और अब पटवारी उनसे चार लाख रुपए और मांग रहा है, जबकि फरियादी महिला ने पटवारी महिला को पैसे नहीं दिए, तो पटवारी और तहसीलदार ने उनकी जमीन का मुआवजा होल्ड करा दिया। 



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कलेक्टर से मुआवजा दिलवाने की मांग की



महिला और उसके परिजनों ने पूर्व मधुसूदनगढ़ तहसीलदार सत्येंद्र सिंह गुर्जर से और पटवारी से शिकायत की, तो पटवारी ने उनके साथ गाली गलौंच कर कहा कि तुझे जो करना है कर ले, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। कलेक्टर को दिये आवेदन में महिला ने पूर्व मधुसूदनगढ़ तहसीलदार सत्येंद्र सिंह गुर्जर, पटवारी और एसडीएम पर कार्यवाही कर उसे  मुआवजा दिलवाने की मांग की।



मानव अधिकार आयोग ने 3 सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा



मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने कलेक्टर गुना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही का तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है। वहीं पूर्व में पूर्व मुख्यमंत्री राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह भी मधुसूदनगढ़ तहसील के पूर्व तहसीलदार सत्येंद्र सिंह गुर्जर पर कार्रवाई करने के मांग लेटर जारी कर वरिष्ठ अधिकारियों से कर चुके थे।



पूर्व तहसीलदार सत्येंद्र सिंह गुर्जर का कार्यकाल विवादित रहा 



मधुसूदनगढ़ के पूर्व तहसीलदार सत्येंद्र सिंह गुर्जर ने अपने कार्यकाल के दौरान तहसील में दलालों को पाल रखा था, वहीं सूत्र बताते हैं कि 20 हजार तक की डील दलाल द्वारा फाइनल की जाती थी और 20 हजार से ऊपर की डील को खुद सत्येंद्र सिंह गुर्जर द्वारा फाइनल किया जाता था, जबकि सत्येंद्र सिंह गुर्जर द्वारा किसान के साथ भी बदतमीजी अभद्रता करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिस पर पूर्व कलेक्टर द्वारा जांच कर कार्रवाई कराने का आश्वासन मीडिया को दिया गया था, वहीं हम आपको बता दें कि सत्येंद्र सिंह गुर्जर का कार्यकाल मधुसूदनगढ़ तहसील में काफी विवादित रहा है।

 


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