देव श्रीमाली, GWALIOR. टूर पैकेज व कंपनी मेंबरशिप के नाम पर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को ग्वालियर की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। ये सेमिनार करके लोगों को पर्यटन के लिए अपनी कम्पनी की मेम्बरशिप देने के नाम पर पचास हजार से दस लाख रुपये तक ऐंठते है और पैसा मिलते ही लापता हो जाते हैं। पकड़े गए आरोपियों में एक महिला भी शामिल हैं। इनके कब्जे से एक लाख रुपए कैश और अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं। इनके पकड़े जाने की खबर लगने के बाद इनके शिकार लोगों का पुलिस के पास पहुंचना शुरू हो गया है।
ऐसे फंसे पुलिस के जाल में
एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने बताया कि क्राईम ब्रांच को सूचना मिली थी की धोखाधड़ी के प्रकरण में फरार तीन आरोपियों को आईपीएस कॉलेज के पास, शिवपुरी लिंक रोड़ पर देखा गया है। उक्त सूचना पर पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर ग्रे रंग की स्विफ्ट कार खड़ी दिखाई दी जिसमें दो पुरूष और एक महिला सवार थे। पुलिस टीम ने घेरकर इन्हें हिरासत में ले लिया। पकड़े गए लोगों से पुलिस टीम द्वारा पूछताछ करने पर दोनों पुरुषों व महिला ने स्वयं को मुंबई (महाराष्ट्र) का निवासी होना बताया। पकड़े गए लोगों से प्रकरणों के संबंध में पूछताछ करने पर उन्होंने अपने पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर टूर एण्ड ट्रेवल्स कंपनी के नाम पर ठगी करना स्वीकार किया गया।
आरोपियों के पास से यह हुआ बरामद
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की तलाशी लेने पर उनके पास से 1 लाख रुपए नगद, 2 पीओएस मशीन, 2 कंपनी के पेमेंट रिसीव कट्टे, 3 कंपनी के स्टेंडी बैनर, 190 स्कैच कार्ड, 70 मेंबरशिप एप्लीकेशन फार्म, 13 कंपनी के गेस्ट रजिस्ट्रेशन फार्म, एक कंपनी स्टाम्प सील, 3 मोबाइल फोन व अन्य दस्तावेज बरामद किए गए।
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यह है पूरा मामला
बताया गया कि आरोपियों द्वारा पड़ाव चौराहे पर स्थित होटल शेल्टर में ‘‘रोमिंग क्रेविंग प्रायवेट लिमिटेड’’ नाम से 2 जनवरी को एक सेमीनार आयोजित किया गया था। जिसमें कंपनी के पदाधिकारियों द्वारा तीन वर्ष की मेंबरशिप लेने के लिये 60 हजार रुपए से लेकर बड़े पैकेज में लाखों की राशि का भुगतान करके मेम्बरशिप लेने और बदले में अनेक आकर्षक सुविधाएं देने की बात कही गई। कंपनी के पदाधिकारियों द्वारा मेंबरशिप में जिम फिटनेस पैकेज और टूर पैकेज दिये जाने का वादा किया गया था। सोमेश सिंह तोमर नामक युवक ने भी इसमें 60 हजार का पैकेज लिया।
पैसे लेने के बाद बंद हो गए सबके मोबाइल
ठगी के शिकार हुए तोमर ने बताया कि कुछ दिनों के बाद जब कंपनी के नंबरों पर टूर पेकैज बुक कराने के लिये कॉल किया गया तो कंपनी के पदाधिकारियों द्वारा दिये गये सभी नंबर बंद आये, साथ ही कंपनी को मेल करने पर भी कोई जवाब न मिलने पर फरियादी को स्वयं के साथ ठगी होने का संशय हुआ और वह क्राइम ब्रांच पहुंचा। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना क्राईम ब्रांच में आठ आरोपियों के विरुद्ध धारा 420 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया। जांच में पता चला कि इन्होंने मुम्बई में जहां अपना ऑफिस बताया था वहां कुछ भी नहीं नहीं है।
आरोपियों के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही थाने पहुंचे कई शिकार
दंडोतिया ने बताया कि जैसे ही इनके पकड़े जाने की सूचना लोगों तक पहुंची तो इनके द्वारा शिकार बनाये गए लोगों का थाने पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। अब तक पांच लोग पहुंच चुके हैं। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं कि इनके द्वारा देशभर में कहां-कहां और कितने लोगों को अभी तक शिकार बनाया जा चुका है।