देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर के वित्तीय विशेषज्ञ और इन्वेस्टमेंट एडवाइजर CA आशीष पारीक का मानना है कि सीनियर सिटीजन को बैंक में रकम रखने की लिमिट बढ़ाने और आयकर छूट की सीमा 5 लाख से 7 लाख करने से जहां आम लोगों को राहत मिलेगी, वहीं बैंक में जमा बचत में भी बढ़ोत्तरी होगी, लेकिन इसका आकलन करना थोड़ा कठिन है।
CA आशीष पारीक बोले
जाने-माने CA आशीष पारीक का कहना है कि ये इस सरकार का पूर्ण बजट है क्योंकि अगले वर्ष चुनाव होने से केवल अनुपूरक बजट ही पेश हो सकेगा। उन्होंने कहा कि चुनावों के मद्देनजर एक बड़ी घोषणा सरकार ने बजट में की है, वो सीनियर सिटीजन के लिए है। वे अभी तक 15 लाख से ज्यादा राशि बैंक में जमा नहीं कर पाते थे, वो लिमिट बढ़ाकर अब 30 लाख कर दी है। इससे सीनियर सिटीजन और बैंकर दोनों को लाभ मिलेगा।
आयकर को लेकर फिलहाल गफलत
CA आशीष पारीक का कहना है कि इस बजट में बड़ी बात ये है कि सरकार ने एक नए टैक्स रिजीम की तरफ जाने की कोशिश की है। पुराने ढंग में जो छूट मिलती थी, वो अब नए रिजीम वालों को दी गई है। ऐसा देखा भी गया था कि लोगों का रुझान पहले तमाम तरह की छूट वाले सिस्टम की तरफ ही था। अब पुरानी और नई स्कीम को बैलेंस करने का प्रयास किया है। जैसे साढ़े 52 हजार का स्टेंडर्ड डिडक्शन नए में भी दिया है। इसी तरह नए रीजीम में 7 लाख रुपए तक की इनकम पूरी तरह से कर मुक्त हो गई। बाकी स्लैब बरकरार रखने से गफलत पैदा हो रही है जिनमें अलग-अलग स्लैब से अलग-अलग दर से आयकर वसूलने की बात कही गई है।
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ऐसे समझे आयकर गणना
CA आशीष पारीक ने बताया कि अगर मेरी आय 2023-24 में 7 लाख है तो नए टैक्स रिजीम में मुझे कोई आयकर नहीं देना होगा लेकिन अगर मेरी आय 7 से 9 लाख होती है तो टैक्स की गणना ऐसे होगी।
- 0 से 3 लाख तक 0
इस तरह समझने वाली बात है कि अगर 7 लाख आय है तो करमुक्त है लेकिन 9 लाख हो जाती है तो 55 हजार टैक्स देना पड़ेगा। इसी पुरानी रिजीम की ढाई लाख ई-लिमिट जहां की तहां बनी हुई है। उसमें कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। बेसिक छूट लिमिट भी नए रिजीम में बढ़ाई है जिसे ढाई लाख से बढ़ाकर 3 लाख किया है। इस तरह ये नए के साथ पुराने रिजीम को संतुलित करने का ही काम किया है।