देव श्रीमाली, GWALIOR. गांव मे चल रही खेल प्रतियोगिताओं के तहत क्रिकेट का मैच चल रहा है। एक खिलाड़ी ने अपने साथी के लिए दूसरे खिलाड़ी से बल्ला मांगा। उसने बल्ला देने से मना कर दिया तो इससे वह इतना नाराज हो गया कि मैच छोड़कर सीधे घर गया और वहां से लाइसेंसी बंदूक उठा लाया और पिच पर खड़े होकर फायर करने लगा। मैदान में खड़े बल्लेबाज,फील्डर और अंपायर अपनी जान बचाकर भागे। मैदान में बैठे दर्शकों में भी भगदड़ मच गई। हालांकि पुलिस ने आरोपी को बंदूक सहित दबोच लिया।
बल्ला न देने पर हुआ विवाद
एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि ग्राम रतवाई में रतवाई व जग्गूपुरा गांव के बीच क्रिकेट मैच चल रहा था। इसमें आकाश जाटव निवासी विजयगढ़ ने ध्यानेंद्र जाट से मैच खेल रहे अपने एक साथी के लिए बल्ला मांगा। ध्यानेंद्र ने बल्ला देने से इंकार कर दिया। इस पर दोनों के बीच विवाद हुआ और आकाश जाटव घर से अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक उठा लाया और गोली चला दी।आकाश के साथ दीपू जाटव, अशोक व पीपी जाटव निवासी विजयगढ़ भी कट्टे के साथ मौजूद थे। आरोपी आकाश जाटव ने लाइसेंसी बंदूक से 5-6 गोली चलाईं।
मैदान में मची भगदड़
मैदान में लोग क्रिकेट के चौके-छक्के लगने का आनंद ले रहे थे। इसी बीच अचानक उसमें पिच के पास गोलियों की गड़गड़ाहट शुरू हो गई। इससे वहां पर भगदड़ मच गई। बेटिंग कर रहे बल्लेबाज,फील्डर और अंपायर अपनी जान बचाकर भागे। मैदान के बाहर बैठी दर्शकों की भीड़ में भी अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाकर भागे।
पुलिस ने दबोचा आरोपी
इस बीच सूचना मिलने पर थाना बिजौली की पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई और उसने मुख्य आरोपी को लाइसेंसी बंदूक सहित गिरफ्तार कर लिया। जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने ध्यानेंद्र जाट की रिपोर्ट पर आरोपी आकाश जाटव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। आरोपी के अन्य साथियों की तलाश जारी है।