देव श्रीमाली, GWALIOR. आखिरकार ग्वालियर के तीन शावकों को अपना नाम मिल गया। यह नामकरण संस्कार आसानी से नहीं हुआ बल्कि इसके लिए बाकायदा प्रतियोगिता हुई और 167 बच्चों ने अपने इन नए दोस्तों के लिए नाम सुझाए और आखिरकार इनमें से तीन नाम फायनल हो गए।
30 अक्टूबर को दिया था तीन शावकों को जन्म
गांधी प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर), ग्वालियर में बब्बर शेर (लॉयन) मादा परी ने 30 अक्टूबर 2022 की मध्य रात्रि को 3 शावकों को जन्म दिया था। मादा परी और नर जय ने दूसरी बार शावकों को जन्म दिया है।
2012 में रायपुर से आए थे ये शेर जोड़े
यहां यह उल्लेखनीय है कि गांधी प्राणी उद्यान में 2012 में नंदनवन जू रायपुर से लॉयन नर (जय) को और मादा परी को कानन पेण्डारी जू. विलासपुर से ग्वालियर चिडियाघर लाया गया था। गांधी प्राणी उद्यान में बब्बर शेर (लॉयन) के परिवार में 2020 में भी मादा परी ने 3 शावकों को जन्म दिया था। इनमें 2 नर (इंतजार, अर्जुन) और 1 मादा जिसका नाम तमन्ना है। इसके साथ ही 30 अक्टूबर 2022 को दूसरी बार तीन शिशुओं को जन्म दिया।
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ऐसे हुआ नामकरण
परी और नर जय ने दूसरी बार शावकों को जन्म दिया था। इनके नाम रखने के लिए शहर के बच्चों से नाम अमंत्रित किए गए थे। इसमें 167 बच्चों ने नाम सुझाये थे, जिनमें से तीन नाम सिलेक्ट किए गए। इसमें कार्मल कॉवेंट स्कूल की कक्षा प्रथम की छात्रा हर्षिता परिहार ने प्राईड (नर), कार्मल कॉवेंट स्कूल की कक्षा प्रथम की छात्रा अदित्री भदौरिया ने लियो (नर) और सैन्ट टेरेसा स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा मन्नत वर्मा ने नैन्सी (मादा) के सुझाए गए नाम चयनित किए हैं।