BHOPAL. प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बेमौसम बारिश का दौर जारी है। इससे किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। सतना, अनूपपुर और पन्ना जिले के कई गांवों में 26 मार्च, रविवार की दोपहर में तेज हवा, बारिश के साथ ओले गिरे। इससे खेतों में खड़ी और कटी पड़ी फसलों को नुकसान हुआ है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में बादल छाए रहे। राजधानी में अगले दो दिन तेज गर्मी के आसार है। अप्रैल के पहले सप्ताह में फिर से पश्चिमी विक्षोभ की एक्टिविटी बढ़ सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ कमजोर
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ कमजोर हो गया है। ग्वालियर और चंबल में अभी सिस्टम स्ट्रॉन्ग दिख रहा था, लेकिन यहां कमजोर पड़ गया है। जबलपुर समेत सिवनी, मंडला, बालाघाट, शहडोल में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। 1 अप्रैल से नया सिस्टम बन रहा है, लेकिन कितना स्ट्रॉन्ग होगा, यह आने वाले दिनों में पता चलेगा।
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पन्ना के 15 गांवों में बेर से लेकर आंवले तक के बराबर ओले गिरे
पन्ना जिले में दोपहर के समय तेज हवा के साथ जोरदार बारिश हुई। अमानगंज तहसील के लगभग 15 गांवों में बेर के बराबर ओले गिरे। कमताना, जिजगांव, झगरा, धरमपुरा, देवरी, रमनपूरा, मढ़ियाकला, सनोरा, इटोरी, मझगवां, मुकेहा, बम्बोरी, सिरिसी, पटना सुनवानी, इटोरी, मझगवां सहित कई गांवों में बेर से बड़े आकार के ओले गिरे। कुछ गांवों में तो ओलों का आकार आंवले के बराबर रहा।
देवहरा गांव में रुक-रुक बारिश, ओले
अनुपपुर के कई गांवों में मौसम ने फिर करवट बदली। अनूपपुर जिला मुख्यालय के समीप स्थित देवहरा गांव में सुबह से हो रही रुक-रुक के बारिश के बाद अचानक दोपहर में ओले गिरने लगे। इससे फसलों को भी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा हैं।
किसानों ने कहा- गेहूं की बालियां टूटकर गिरी
किसानों ने बताया कि चना, मसूर की फसलों की कटाई हो चुकी है। खेतों में गेहूं, सरसों और प्याज की फसलें लगी हैं। अधिकतर गेहूं पक गया था। ओले लगने से गेहूं की बालियां टूट कर खेत में गिर गई। काफी नुकसान हुआ है।
सतना के रामनगर में बारिश के साथ ओले
धर्मेंद्र वर्मा, सतना। रामनगर में बारिश के साथ जमकर ओले गिरे। इन ओलों का आकार चन के बराबर था। इससे चना, मसूर, गेहूं आदि की फसल को नुकसान होगा।