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BETUL. मध्य प्रदेश के बैतूल में सोशल मीडिया पर शराब के नशे में धुत टीचर का वीडियो वायरल हो रहा है। दरअसल रमेश उइके टीचर बैतूल के केरपानी गांव में हेड मास्टर है। जिसकी शराब की लत से परेशान ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। शिक्षा विभाग के अधिकारी हेड मास्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।
पंचनामा बना कर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भेजा है
बैतूल के भैसदेही तहसील के केरपानी गांव कर सरकारी स्कूल में पदस्थ हेडमास्टर रमेश उइके का शराब के नशे में लड़खड़ाते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। ये वीडियो शनिवार को ग्रामीणों ने बनाया और पंचनामा बना कर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भेजा है। वीडियो में दिख रहा है कि वह बस स्टैण्ड पर नशे में इतने अधिक धुत पड़े थे कि उन्हें स्कूल जाने का रास्ता भी नहीं सूझ रहा था।
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रमेश उइके हमेशा ही शराब के नशे में धुत स्कूल पहुंचते हैं
टीचर रमेश उइके मिडिल स्कूल में हेडमास्टर है और चार साल से यहां पदस्थ है। रमेश शराब पीने का आदी है जिससे बच्चे और उनके पालक परेशान है। रामेश की हरकतों से स्कूल का स्टाफ भी परेशान है और कई बार उसकी मौखिक शिकायत अधिकारियों को की गई ,पर कोई कार्यवाही नही हुई। अब उनका नशे में धुत वीडियो खूब वायरल हो रहा है। हालांकि, अभी तक टीचर के खिलाफ विभाग के आला अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। बच्चों का कहना है कि रमेश उइके हमेशा ही शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचते हैं। बच्चों को संस्कार देने वाले टीचर अगर इस हालत में स्कूल पहुंचेंगे तो बच्चों के भविष्य पर क्या असर पड़ेगा? हेड मास्टर रमेश उइके का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है। अब अधिकारी उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।
शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की सिफारिश की है
इस मामले में भैसदेही के बीआरसी बीआर नरवरे ने कहा कि जन शिक्षक के माध्यम से संबंधित शिक्षक की जानकारी प्राप्त हुई है पंचनामा बुलवाया गया है। संबंधित शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की सिफारिश की गई है।
शिक्षक को कई बार समझाने की कोशिश की, वह आदत से मजबूर हैं
वहीं प्रभारी प्राचार्य मनोज पांडे का कहना है कि संबंधित शिक्षक रोजाना शराब के नशे में स्कूल आता है उनको कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी आदत से मजबूर हैं। इसकी शिकायत मौखिक रूप से कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को की है 14 जनवरी को लिखित में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया है।