BHOPAL. सोमवार को हुई बारिश के बाद प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हुई। रतलाम, शिवपुरी, श्योपुर, मंदसौर, नीमच के ग्रामीण इलाकों में बारिश के साथ ओले भी गिरे। शिवपुरी के बैराड़ में एक घंटे तेज, तो मुरैना में 8 मिमी बारिश हुई। दतिया में भी बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी प्रदेश के 28 से ज्यादा जिलों में बारिश की संभावना जताई है।
आज भी कोल्ड वेव का असर रहेगा
मौसम विशेषज्ञ शैलेंद्र कुमार नायक का कहना है कि फरवरी में भी ठंड के दो छोटे-छोटे दौर आ सकते हैं। इससे दिन-रात और ठंडे होंगे। आज भी कोल्ड वेव का असर रहेगा। 28 से ज्यादा जिलों में बारिश होने के आसार है। ग्वालियर-चंबल संभाग पूरा भीगेगा। इंदौर, उज्जैन, रतलाम, मालवा-निमाड़ के ज्यादातर शहरों में हल्की बारिश हो सकती है।
प्रदेश में गुना-ग्वालियर में सबसे कम 10.6 डिग्री न्यूनतम तापमान
मध्यप्रदेश के सभी जिलों में सोमवार रात का पारा 10 डिग्री से ऊपर रहा। नर्मदापुरम में यह सबसे ज्यादा 16.0 डिग्री रहा। प्रदेश में गुना और ग्वालियर में सबसे कम 10.6 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा।
यहां अगले 24 घंटे में बारिश के आसार
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मंगलवार को ग्वालियर-चंबल के सभी जिलों में हल्की बारिश होगी। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, शिवपुरी, मुरैना और भिंड भीग जाएंगे। विदिशा, रायसेन, राजगढ़, बैतूल, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, नीमच, मंदसौर, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भी बारिश की संभावना है।
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यहां बिजली गिरने की संभावना
ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ ही विदिशा, रायसेन, राजगढ़, नीमच, मंदसौर, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में बिजली चमकने या गिरने की संभावना भी मंगलवार को भी रहेगी।
मौसम बदला, दिन के तापमान में 7 डिग्री तक गिरावट
सोमवार को मौसम अचानक बदल गया। इससे दिन के तापमान में सात डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। ग्वालियर में तापमान 17.2 डिग्री पर पहुंच गया। यहां रात का तापमान 12 डिग्री रहा था। भोपाल, नौगांव, सागर, खजुराहो, नरसिंहपुर, गुना, इंदौर, रायसेन, रतलाम में भी तापमान में खासी गिरावट आई है। रात में भी सर्द हवाओं का असर बढ़ा है।
2 फरवरी से नया सिस्टम
मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में वेस्टर्न डिस्टरबेंस 15 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में 65 डिग्री देशांतर के सहारे मध्य क्षोभमंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप में समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर धुरी बनाते हुए सक्रिय है। साथ ही प्रेरित चक्रवातीय परिसंचरण (Induced Cyclonic Circulation) दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊँचाई तक सक्रिय है। 2 फरवरी से अगले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने की संभावना बनी हुई है।
भोपाल में इस सीजन पहली बार शाम को रहा कोहरा
बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी आई। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के गुजरने के बाद देश के उत्तरी इलाके से सर्द हवा आई। इससे सोमवार को भोपाल में शाम के वक्त कोहरा छाया। सीजन में ऐसा पहली बार हुआ, जब शाम को कोहरा छाया। शाम 4:30 बजे विजिबिलिटी घटकर 800 मीटर रह गई थी। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि इसे मिस्टफॉग कहा जाता है। दिन का तापमान भी 7.4 डिग्री गिरकर 22.4 डिग्री पर आ गया। 25 किमी प्रति घंटे की गति से चली हवा ने ठिठुरन बढ़ा दी, जबकि रात का पारा अभी भी 15 डिग्री के आसपास बना हुआ है।