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योगेश राठौर, INDORE. शहर के पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुई दुर्घटना पर मप्र मानव अधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग ने प्रकरण क्रमांक 2250/इंदौर/2023 दर्ज कर कलेक्टर इंदौर और कमिश्नर, नगर निगम, इंदौर से प्रतिवेदन मांगा है। इसके लिए एक माह का समय दिया गया है।
इन बिंदुओं पर मांगा गया जवाब
- घटनास्थल पर बताई गई बावड़ी पर बने निर्माण को अतिक्रमण मानकर कब से उसे हटाए जाने की कार्रवाई नगर निगम द्वारा प्रारंभ की गई थी ? यह घटना के पूर्व तक क्यों नहीं हो सकी ?
आयोग ने यह भी दिए निर्देश
आयोग ने उपरोक्त दोनों अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि ऐसी घटना की जांच कराकर इस संबंध में भी प्रतिवेदन दें, जिससे इस प्रकार की घटनाएं भविष्य में न हो। इस संबंध में राज्य शासन द्वारा की गई या प्रस्तावित कार्रवाई की भी स्पष्ट जानकारी दें। इस प्रकार के अतिक्रमण और जोखिमपूर्ण परिस्थितियों में नगर निगम अथवा राज्य शासन की जानकारी में आने और उनको हटाये जाने के संबंध में कार्यवाही प्रारंभ करने के उपरांत भी उसमें अनुचित विलंब न हो, इस संबंध में स्पष्ट निर्देश और संबंधित अधिकारियों के उत्तरदायित्व के निर्धारण की सीमा भी स्पष्ट करें। आयोग ने इन बिन्दुओं एक माह के भीतर जवाब मांगा है। प्रकरण की आयोग में अगली सुनवाई चार मई 2023 को होगी।
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सिंधी समाज ने पीड़ितों के लिए मांगी नौकरी
मृत परिवारों को राष्ट्रीय सिन्धी समाज की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नाम पत्र लिखा है। पत्र में मृतकों के परिवार में से सदस्यों को सरकारी नौकरी देने एवं बच्चों को आजीवन मुफ्त शिक्षा देने की मांग की गई। राष्ट्रीय सिंधी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल वरदानी, राष्ट्रीय महासचिव मुकेश सचदेव, डॉ. जीतेन्द्र मतलनी (दुबई ), इंदौर की द्रोपति रिजवानी, सोना कस्तूरी, शालिनी खियानी, दीपचंद चावला, राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष डॉ. निर्मला वादवानी (पूर्व मंत्री), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किशनचंद कालूभाई, राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष राजकुमार दरियाणी आदि ने भी मांग रखी है।