Jabalpur. प्रदेश में भले ही आदिवासियों के लिए पेसा कानून लागू कर दिया गया हो लेकिन इससे आदिवासियों के हालात में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ताजा मामला जबलपुर का है जहां कुछ शातिर लोगों ने आदिवासी महिला को झांसा दिया और उसकी जमीन ही बिकवा दी, और तो और उसकी रकम भी हड़प ली। धोखाधड़ी की शिकार महिला थाने पहुंची तो पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ चार सौ बीसी का मामला दर्ज किया है।
बरगी पुलिस ने बताया कि सालीवाड़ा गांव के मुंडाटोला में रहने वाली सियाबाई गौड़ ने साल 2014 में डुंगरिया गांव की करीब ढाई एकड़ जमीन करीब 5 लाख रुपए में खरीदी थी। बाद में इस जमीन का सौदा उसने 8 लाख 90 हजार रुपए में घमापुर निवासी संजय शिवहरे से किया था। जमीन के सौदे की दलाली बरगी निवासी अजय सतनामी, सरजू मसराम, भूरा नामदेव ने कराई थी।
पुलिस ने बताया कि साल 2022 में तीनों सियाबाई के पास पहुंचे और उसे बताया कि जमीन का सौदा हो गया है। खरीदार ने उसे बुलाया है। आरोप है कि चारों आरोपी सियाबाई को गोराबाजार निवासी विक्रम सिंह अटवाल के घर ले गए। जहां विक्रम के नौकर पाटन निवासी रामकृष्ण टेकाम के नाम पर एग्रीमेंट पर अंगूठा लगवा लिया। बाद में जमीन की रजिस्ट्री भी करा ली गई।
सौदा होने के बाद हड़प ली रकम
पुलिस ने बताया कि महिला का आरोप है कि जमीन के सौदे में शामिल सभी 6 लोगों ने मिलीभगत करके जमीन के एवज में मिली रकम जो कि बैंक में जमा थी। उक्त रकम को किसी रामाधार भूमिया के अकाउंट में ट्रांसफर करा लिया। उसने इस बात का विरोध किया तो अजय सतनामी ने उसे साढ़े 8 लाख का चैक दिया था। जो कि बाद में बैंक में बाउंस भी हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।
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