INDORE. पुलिस शहर के ऐसी 50 से ज्यादा जगहों को चिन्हित कर लिस्ट तैयार करेगी, जहां ट्रैफिक का लोड ज्यादा रहता है और बार-बार जाम लगता है। वहां 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाएगी। ऐसे सभी मार्गों को गूगल मैप रियल टाइम ट्रैफिक ट्रैकिंग सिस्टम से सर्च कर जाम वाले स्थानों का पता लगाया जाएगा। फिर क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) को मौके पर भेजकर जाम से निजात दिलाई जाएगी।
बढ़ रहा ट्रैफिक का दबाव
डीसीपी ट्रैफिक मनीष अग्रवाल ने बताया कि जवाहर मार्ग, एमजी रोड ये दो मुख्य ट्रैफिक लाइफ लाइन हैं। वहीं ट्रैफिक दबाव के चलते रिंग रोड और बीआरटीएस भी मुख्य मार्गों में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में इन मार्गों के किसी भी हिस्से पर जब जाम लगता है तो जाम वाले स्थान से लेकर ढाई किमी आगे और पीछे के पूरे मार्ग बाधित हो जाते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए हमने गूगल मैप रियल टाइम ट्रैफिक ट्रैकिंग सिस्टम का उपयोग कर रहे हैं।
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शहर में चल रहा ट्रायल
कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने एमटीएच कंपाउंड स्थित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (टीएमसी) में एक विशेष मॉनिटरिंग सिस्टम शुरू करवाया है। इस सिस्टम का दो दिन से ट्रायल रन चल रहा था। बुधवार 12 अप्रैल से इसे पूरी तरह लागू कर दिया है। इसमें ऐसी व्यवस्था करवाएंगे कि आम जनता भी सीधे जाम की सूचना ट्रैफिक कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम सेंटर तक पहुंचा सके। चार लोगों की स्पेशल टीम एलईडी पर नजर रखेगी। यह सीधे कंट्रोल रूम और डीसीपी से कनेक्ट रहेंगे। पीक ऑवर्स में स्पेशल मॉनिटरिंग सेल तैनात रहेगा। वहीं, रिजर्व में रखे गए क्यूआरटी के जवान तत्काल बताए गए मौके पर जा सकेंगे।
रेड लाइन होते ही पहुंचेगी टीम
कंट्रोल रूम में एक टीम बड़ी स्क्रीन पर 24 घंटे प्रमुख मार्गों के ट्रैफिक को ट्रैक करती रहेगी। इस सिस्टम से शहर के उन सभी स्थानों को सीधे मॉनिटर किया जाएगा जो गूगल मैप में रेड लाइन पर दर्शाए जाएंगे। जहां भी 5 मिनट से ज्यादा की रेड लाइन जाम को दर्शाएगी, उस स्थान पर दो क्यूआर टीमें जो रिजर्व में या आसपास के चौराहों पर तैनात होंगी, उसके सूबेदार और जवान तत्काल जाम वाले स्थान पर पहुंचेंगे। वे जाम को आगे-पीछे के रूट से खोलकर या डायवर्ट कर रोड खुलवाएंगे।