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संजय गुप्ता, INDORE. श्री बेलेशवर महादेव झूलेलाल मंदिर स्थिति बावड़ी में हुए हादसे में 36 की मौत हुई, इसमें पटेल और सिंधी समाज के ही लोग पीड़ित है, जिसमें 13 सिंधीजनों की मौत हुई है। इनके अंतिम संस्कार सुबह से देर शाम तक रीजनल मुक्तिधाम पर चलते रहे, जिसमें सैकंड़ों समाजजन उपस्थित थे, लेकिन नहीं थे तो इस समाज के सबसे बड़े प्रतिनिधि और सांसद शंकर लालवानी। वह भोपाल में शहीद हेमू कालाणी जन्म शताब्दी समापन समारोह में सिंधी समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत और सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ सिंधी साधु-संत व अन्य प्रतिनिधि उपस्थित है।
मुक्तिधाम पर लोग सांसद को ढूंढते रहे
मुक्तिधाम पर सुबह से जो अंतिम संस्कार का सिलसिला शुरू हुई तो वह देर शाम तक चलता रहा। कई समाजजन तो पूरे दिन भर मुक्तिधाम पर ही बैठे रहे, क्योंकि एक-एक कर अंतिम यात्रा वहां आ रही थी और जो जरूरत लग रही थी उसे पूरा कर रहे थे, लेकिन इस दौरान हर कोई सांसद को ढूंढ रहा था, लेकिन बाद में पता चला कि वह तो भोपाल चले गए हैं। इस जानकारी के बाद समाजजनों का गुस्सा और बढ़ गया। पहले से ही उन पर आरोप लग रहे है क्योंकि मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम गलानी और अन्य उन्हीं से जुड़े बताए जाते हैं।
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समाज ने कर दिया था कार्यक्रम में शामिल होने से इंकार
इंदौर से पांच हजार सिंधी समाजजन के वहां जाने की तैयारी थी, बीजेपी नेता भगवानदास सबनानी इसके संयोजक थे। इसमें 50 बसों और 500 कारों से इनके जाने की बात थी, लेकिन जैसे ही घटना हुई, इसके बाद समाजजेवी प्रकाश राजदेव व अन्य ने कार्यक्रम में नहीं जाने की अपील की। समाजजनों ने शाम को बैठक की और भोपाल नहीं जाने का औपचारिक फैसला लिया।
कल सभी सिंधी समाज करेंगे कैंडल मार्च
इंदौर में सिंधी समाज एक लाख से अधिक जनसंख्या का है। समाज द्वारा मृतकों को श्रृद्धांजलि देने के लिए एक अप्रैल शाम सात बजे शहीद हेमू कालानी प्रतिमा तिराहा पर कैंडल जलाने का कार्यक्रम रखा गया है। समाजसेवी प्रकाश राजदेव, राजा मांधवानी, लालचंद छाबड़ा, नानक दावानी, किशोर कोड़वानी, मनोहर नागपाल, बीके कटारिया, भोजराज वाधवानी, ज्ञान कटारिया, घनश्याम मालानी, राजकुमार हरियानी, जेपी मूलचंदानी आदि ने इसे लेकर अपील की है।