भोपाल. देश आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है। लेकिन स्वतंत्रता के 74 सालों बाद भी मध्यप्रदेश के नेताओं को राष्ट्रीय ध्वज (National flag) फहराने के नियम नहीं मालूम। आजादी (independence day) के जश्न में प्रदेश भर में आज कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इन कार्यक्रमों में बीजेपी (BJP) और कांग्रेस दोनों पार्टियों के नेताओं के सामने तिरंगे का अपमान (Insult) हुआ। आजादी की परेड के दौरान राजगढ़ में मंत्री मोहन यादव (mohan yadav) की जीप पर उलटा तिरंगा लगा हुआ था। इसके अलावा छिंदवाड़ा में जब पूर्व सीएम कमलनाथ ने झंडे की डोर खींची तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जगह कमलनाथ (kamalnath) जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया।
बीजेपी का झंडा तिरंगे से ऊपर
आगर मालवा जिले के बीजेपी कार्यालय (bjp office) में तिरंगे से ऊपर पार्टी का झंडा लगा हुआ था। जबकि फ्लैग कोड (flag rules) के मुताबिक जब भी तिरंगा फहराया जाए उससे ऊपर किसी भी संस्था या राजनीतिक दल का झंडा नहीं होना चाहिए। लेकिन पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का इन नियमों से क्या सरोकार।
भारत माता की जगह कमलनाथ जिंदाबाद के नारे
दूसरा मामला छिंदवाड़ा (chhindwara) का है। जहां पीसीसी (PCC) चीफ कमलनाथ ने कांग्रेस कार्यालय पर झंडावंदन किया। ध्वजारोहण के समय जब कमलनाथ तिरंगे की डोरी खींच रहे थे। इस दौरान कार्यकर्ता भारत माता की जय की जगह कमलनाथ जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। लेकिन नियमों के मुताबिक जब ध्वजारोहण होता है तो तत्काल ही राष्ट्रगान (national anthem) शुरू होता है।
मंत्री मोहन यादव की जीप पर उलटा तिरंगा
प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव राजगढ़ (rajgarh) में झंडावदन के लिए पहुंचे थे। राजगढ़ के प्रभारी मंत्री यादव जब परेड का निरीक्षण कर रहे थे। तब उनकी जीप पर उलटा तिरंगा लगा हुआ था। यादव ने इसका फोटो सोशल मीडिया (scoial media) पर भी शेयर किया। लेकिन जब लोगों ने मंत्री को ध्वज के नियम बताए तो फोरन ट्वीट डिलीट भी कर दिया।
अरविंद भदौरिया सलामी देना भूले
रायसेन (raisen) में प्रभारी मंत्री अरविंद भदौरिया ध्वजारोहण के बाद तिरंगे को सलामी देना ही भूल गए। जबकि स्वतंत्रता समारोह के मुख्य अतिथि झंडे को सलामी देते हैं।