Jabalpur. जबलपुर पुलिस को एक ठग दंपती को गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी है, जो लोगों से लाखों रुपए ठगने के बाद लखनऊ में रहने लगे थे। आरोपी पति-पत्नी पिछले 5 साल से फरार चल रहे थे। इनके खिलाफ जबलपुर में ठगी के कई मामले दर्ज हैं। आरोप है कि दंपती लोगों को ज्यादा ब्याज का लालच देते थे और फर्जी कंपनियों के नाम पर एग्रीमेंट कराते थे। कुछ समय बाद कंपनी पर ताला लग जाता था।
5 लोगों ने कराई थी ठगी की शिकायत
दंपती और उनके साथियों के खिलाफ पिपरिया निवासी बिहारी लाल चौधरी, सरकारी कुआं निवासी सलिला अरोरा, मनीष चौरसिया, संजय वर्मा और हीरा सिंह ठाकुर ने अलग-अलग थानों में मामला दर्ज कराया था। इन सभी से दंपती ने लाखों रुपए जमा कराए थे लेकिन जब ये लोग रकम वापस लेने पहुंचे तो कुछ दिन आनाकानी करने लगे, उसके बाद दंपती ने पैसे देने से मना कर दिया। फरियादी ने मामले की शिकायत पुलिस में की वहीं मामला दर्ज होने के बाद से ही ये दोनों फरार थे।
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लखनऊ जाकर किया गिरफ्तार
पुलिस लगातार इनकी पड़ताल कर रही थी, अचानक पुलिस के हाथ खबर लगी कि आरोपी दंपती लखनऊ के गोमती नगर में एक किराए के फ्लैट में निवास कर रहे हैं। जिसके बाद जबलपुर पुलिस की एक टीम लखनऊ पहुंची, जहां से दोनों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आज दोनों को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
5 साल से दे रहे थे पुलिस को चकमा
थाना प्रभारी निरूपा पांडे ने बताया कि चिटफंड कंपनियों की जालसाजी के चलते साल 2017 से पुलिस का अभियान जारी है। जिसके चलते पुलिस ने चिटफंड कंपनी बनाकर लोगों को ठगने के मामले में कंपनी के मैनेजर नवीन तिवारी और उसकी पत्नी अवनी तिवारी को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। ये दोनों पुलिस को पिछले 5 सालों से चकमा देते चले आ रहे थे।