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संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में 10 दिसंबर को एमपीसीए की एजीएम हुई, जिसमें कई बड़े फैसले हुए। मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के नए सदस्य के तौर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन ने आमद दर्ज कराई है। एमपीसीए में माधवराव सिंधिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद अब महाआर्यमन सिंधिया एंट्री हुई है। महाआर्यमन ग्वालियर क्रिकेट डिविजनल के वाइस प्रेसिडेंट हैं। उन्हें एमपीसीए में आजीवन सदस्य बनाया गया है। बीते 50 साल में सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी को एमपीसीए में सदस्य बनाया गया है। साल 1972 में माधवराव सिंधिया पहली बार एमपीसीए में सदस्य बने थे और वह संस्था में प्रेसीडेंट भी रहे। साल 2000 के करीब उनके पुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया एमपीसीए में सदस्य बने और वह भी प्रेसिडेंट पद पर रहे। अब 2022 में ज्योतिरादित्य के पुत्र महाआर्यमन को सदस्यता दी गई है। उनकी सदस्यता पर सवाल उठने पर ज्योतरादित्य ने कहा कि जिन लोगों को खेलकूद में और क्रिकेट में रुचि है, उन सभी को जोड़कर आगे ले जाना है। हमारी यह भी कोशिश है कि आने वाले समय में हमारी नई टीम, आगे जाकर जो लोग एमपीसीए के सदस्य हैं, जो लोग पूर्ण रूप से योगदान देना चाहते हैं, उनका भी पूरा इस्तेमाल हो।
कैलाश विजववर्गीय कभी नहीं बन सके सदस्य
उल्लेखनीय है कि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच एमपीसीए में दो बार चुनावी मुकाबला हो चुका है। उस दौर में विजयवर्गीय ने एमपीसीए में सदस्य बनने के लिए कई बार प्रयास किए लेकिन स्क्रूटनी कमेटी ने कभी आवेदन मंजूर नहीं किया। वहीं विधानसभा की अपनी विरासत पुत्र आकाश को देने से पहले कैलाश विजयवर्गीय उन्हें क्रिकेट में भी ला चुके हैं, करीब दस साल पहले ही इंदौर डिविजनल क्रिकेट एसोसिएशन (आईडीसीए) में आकाश को सदस्य बनाया जा चुका है।
महाआर्यमन पर यह बोले प्रेसिडेंट खांडेकर
महाआर्यमन की सदस्यता पर प्रेसिडेंट अभिलाष खांडेकर ने कहा कि वह ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं और वहां पिछले 6-7 सालों से क्रिकेट टूर्नामेंट कर रहे हैं। उनके साथ कई लोगों की एप्लिकेशन पेंडिंग थी। एजीएम के पहले, जो छह सदस्य बनाते हैं, उनमें महाआर्यमन भी हैं।
सीए को सदस्य बनाने से नाखुशी
नियमों के तहत एमपीसीए में हर साल छह सदस्य बनाए जा सकते हैं। इसके तहत इसमें क्रिकेट मेल सदस्य के तौर पर सचिन धौलपुरे, फीमेल सदस्य में उन्मेखा तारे और सामान्य कैटेगरी से अजय द्विवेदी, महाआर्यमन सिंधिया और संजय सोढानी को लिया गया है। सीए संजय सोढानी को सदस्य बनाने से कई सदस्य खुश नहीं हैं। इनका खेल के प्रति योगदान कम और एमपीसीए के कई वरिष्ठों से संबंध अधिक मधुर हैं, इसके चलते इन्हें सदस्यता दी गई।
सिंधिया बोले लाइफ टाइम अवार्ड में पुरस्कार राशि कम हो
एमपीसीए में हुई चुनावी एजीएम में सिंधिया ने अपने उद्बोधन में लाइफ टाइम अवार्ड के तहत मिलने वाली 11 लाख 11 हजार 111 रुपए की पुरस्कार राशि पर सवाल खड़े कर दिए और कहा कि यह राशि केवल टोकन स्वरूप 50 हजार या एक लाख ही होनी चाहिए। जानकारी के अनुसार इसमें राशि अधिक हो जाने के बाद कई सदस्यों द्वारा इस पुरस्कार के लिए लगातार एप्रोच किया जा रहा था, इसके चलते सिंधिया ने राशि में कटौती की बात कही।
उधर खांडेकर, राव वाली कमेटी फिर रिपीट
वहीं सिंधिया के दखल के बाद बिना चुनाव के एमपीसीए की नई मैनेजिंग कमेटी गठित हो गई, जिसमें केवल दो कार्यकारिण सदस्य बदले गए, बाकि सभी पुराने चेहरों को ही जगह दी गई, जिसमें प्रेसिडेंट पद पर अभिलाष खांडेकर, वाइस प्रेसीडेंट पद पर रमणिक सिंह सलूजा, सचिव संजीव राव, कोषाध्यक्ष पवन जैन और सह सचिव सिदिध्यानी पाटनी हैं।
70 वर्ष के फार्मूला में दो नए सदस्य बने
फिर प्रेसिडेंट बने अभिलाष खांडेकर ने कहा कि पूरी कार्यकारिणी निर्विरोध चुनी गई है, जो एमपीसीए के लिए अच्छा संकेत है। यह छोटा सा परिवार है, जिसमें चुनाव के चलते अनावश्यक गुटीय राजनीति हावी हो जाती है और क्रिकेट की ओर से ध्यान हट जाता है। डिवीजन में जो रोटेशन है, उसमें लिहाज से प्रदेश में 10 डिवीजन हैं, जबकि पिछली बार पांच थे। दो नए सदस्य बनाए गए हैं, जिसमें एक अभय पुरंदरे हैं और दूसरे राजीव सिंह चौहान हैं। लोढा कमेटी और सुप्रीम कोर्ट के नियमानुसार 70 वर्ष से अधिक उम्र के सदस्य नहीं रह सकते। ऐसे में जो 68-69 साल के हैं, जो अगले तीन साल के लिए नहीं ले सकते थे, उनके स्थान पर दो नए सदस्यों का चुनाव हुआ है।