ग्वालियर में कमलनाथ की शिवराज को खुली चुनौती, बोले- वे गाल न बजाएं, अपने 190 महीने के शासन का हिसाब दें

author-image
The Sootr
एडिट
New Update
ग्वालियर में कमलनाथ की शिवराज को खुली चुनौती, बोले- वे गाल न बजाएं, अपने 190 महीने के शासन का हिसाब दें

देव श्रीमाली, GWALIOR. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कमलनाथ सरकार पर कोई काम नहीं करने के लगाए थे। अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि मैं अपने साढ़े ग्यारह माह का हिसाब देने को तैयार हूं, लेकिन शिवराज सिंह को भी अपने 190 महीने और बीजेपी सरकार के 215 महीनों का हिसाब देना होगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश को बदहाल बना दिया और सिर्फ मुंह चलाया है। मुंह चलाने और प्रदेश चलाने में बहुत अंतर है। 





पत्रकारवार्ता में खामोश दिखे दिग्विजय सिंह





पत्रकारवार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी कमलनाथ के साथ रहे। कमलनाथ ने माइक उन्हें भी थमाया, लेकिन वे खामोश बैठे रहे।उन्होंने एक-दो  सवाल के जवाब दिए और फिर चुप्पी साधकर बैठे रहे।





ये भी पढ़ें...











हमारी 15 महीने की सरकार की गवाह जनता है: कमलनाथ





कमलनाथ ने कहा कि शिवराज 190 महीने मुख्यमंत्री रहे हैं और 215 महीने भारतीय जनता पार्टी की सरकार रही है। शिवराज सिंह चौहान को इन महीनों का हिसाब देना चाहिए। उन्होंने मुंह चलाने के अलावा प्रदेश में और क्या काम किया, वे यह बताएं। मुंह चलाने और प्रदेश चलाने में बहुत अंतर होता है। वे मुझसे प्रश्न पूछते हैं कि मैंने 15 महीनों में क्या किया? 15 महीनों के लिए मैं मुख्यमंत्री था, जिसमें से ढाई महीने आचार संहिता और लोकसभा चुनाव में गए। साढ़े 11 महीने का हिसाब मैं देने के लिए तैयार हूं। हमारी 15 महीने की सरकार की गवाह प्रदेश की जनता है।





मैंने प्रदेश की छवि सुधारने की कोशिश की





कमलनाथ ने कहा कि जब मैंने मुख्यमंत्री के तौर पर सत्ता संभाली तब मैंने अपनी नीति और नीयत का परिचय दिया। मुझे आत्महत्या में नंबर वन, बेरोजगारी में नंबर वन, व्यापम घोटाला, भ्रष्टाचार में नंबर वन प्रदेश सौंपा गया था। हमने यह पहचान खत्म करने का काम किया। भाजपा के राज में हमारे नौजवानों के भविष्य का सत्यानाश हुआ। मैंने मध्य प्रदेश को एक नई पहचान दिलाने प्रयास किया था। मेरा मानना है कि मध्यप्रदेश की पहचान किसी माफिया से नहीं हो सकती, मिलावट खोरी से नहीं हो सकती, इसलिए हमने शुद्ध का युद्ध अभियान चलाया था। हमने लाखों किसानों का कर्जा माफ किया था। हमने ₹100 में 100 यूनिट बिजली देने का काम किया था। मैं चाहता था कि प्रशासनिक सिस्टम सरल हो।  





बीजेपी की सत्ता से निकासी तय है





कमलनाथ ने कहा कि आज परम पूज्य संत रविदास जी की जयंती है। मैं उनके चरणों में प्रणाम करता हूं। एक और कारण से आज का दिन विशेष है, क्योंकि आज मध्यप्रदेश में भाजपा की "निकास यात्रा" की शुरुआत हुई है। बीजेपी द्वारा अपने चुनाव प्रचार के लिए विकास यात्रा में शासकीय तंत्र का दुरुपयोग किया जा रहा है। आज भारतीय जनता पार्टी के पास पुलिस, पैसा और प्रशासन ही बचा है। जनता उनके विकास की असलियत जल्द बता देगी। उसकी सत्ता से निकासी तय है।





प्रदेश की आर्थिक प्रगति रुक गई 





पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा ने हाल ही में छठवां इन्वेस्टर समिट किया। हर आयोजन में यह बातें कहीं गई कि इतने लाख करोड़ रुपए का निवेश आएगा, उतने लाख रुपए का निवेश आएगा पर सच्चाई यह है कि 18 साल में 100 रुपए में से 30 पैसा निवेश मध्यप्रदेश में नहीं आया। मतलब भारत के कुल निवेश का 0.3 प्रतिशत। इससे मध्यप्रदेश में आर्थिक गतिविधि घट गई है,  मध्य प्रदेश का Index of economy घटा है। यही वजह है कि शिवराज सरकार ने अब तक का सबस ज्यादा कर्ज लिया है। कर्जा लेकर भी शासन में रिक्त पड़े हुए पदों को नहीं भरा गया। इससे बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई और नौजवान हताश हो गया। इन्होंने बड़े-बड़े ठेके दिए, क्योंकि इनकी नीति रही है कि ठेका दो, एडवांस पेमेंट करो और अपना कमीशन वसूल करो।





सिंधिया पर संतुलित बोले पूर्व सीएम कमलनाथ 





पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर काफी संतुलित जबाव दिया। जब उनसे पूछा कि सिंधिया ने तो आपको अतिथि बताया तो कमलनाथ बोले - सिंधिया जी मेरे साथी रहे हैं, मेरे उनसे अच्छे संबंध रहे हैं, मेरे संबंध उनसे माधवराव सिंधिया के समय से हैं। हमारा एक दूसरे के घर पर आना-जाना रहा है। लेकिन अब उनके राजनीतिक विचार बदल गए हैं, आज उनसे हमारे राजनीतिक विचार भिन्न हैं। बावजूद इसके ग्वालियर चंबल क्षेत्र के लिए कौन अतिथि है? कौन नहीं? इस बात का फैसला जनता करेगी। हमने हाल ही में ग्वालियर और मुरैना में महापौर का चुनाव जीता है।  





हमारे पास कई युवा और अनुभवी चेहरे हैं 





प्रदेश में कांग्रेस का कौन युवा चेहरा है। इस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारी पार्टी के पास अनेक युवा और अनुभवी नेता हैं। पार्टी जहां जरूरत होती है, वहां उनका उपयोग करती है। 



  





उमा भारती की मांग से किया किनारा 





पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता साध्वी उमा भारती द्वारा शराबबंदी को लेकर प्रदेश में सरकार के खिलाफ छेड़े गए अभियान पर कोई खास प्रतिक्रिया कमलनाथ ने नहीं दी। उन्होंने कहा कि उमा भारती भारतीय जनता पार्टी की है और वह अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं। ना तो उन्होंने मुझसे कोई चर्चा की है, ना मेरी उनसे कोई बात हुई है, लेकिन यदि वह चर्चा करेंगी तब कांग्रेस पार्टी इस पर विचार करेगी।





सिंधिया की बीजेपी में स्थिति, आप उन्हीं से पूछिए





जब पत्रकारों ने पूछा कि कांग्रेस छोड़कर गए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की स्थिति कैसी है? इस पर कमलनाथ ने कहा कि वहां सिंधिया जी की क्या स्थिति है यह मुझे नहीं पता। इस बात का जवाब आप उन्हीं से पूछिए। वे स्वयं बेहतर बता पाएंगे।





टिकट का फॉर्मूला क्या होगा?





कमलनाथ ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के टिकट वितरण को लेकर पूछे सवालों के जबाव में कहा कि हम अपने संगठन के तमाम लोगों से चर्चा करके और सर्वे के आधार पर जीतने वाले प्रत्याशी को टिकट देंगे। पार्टी में सबकी अहम भूमिका है।  





वीडियो देखें- 







KamalNath challenge Shivraj MP News KamalNath in Gwalior 190 महीने के शासन का हिसाब कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस कमलनाथ की शिवराज को चुनौती ग्वालियर में कमलनाथ एमपी न्यूज account 190 months rule Congress press conference