आमीन हुसैन, RATLAM. मध्य प्रदेश के रतलाम में एक ऐसा अनूठा मामला सामने आया है जिसमें 15 दिनों तक महिलाओं का विवाद जनप्रतिनिधि और पुलिस अधिकारी नहीं सुलझा पाए। इसे महादेव मंदिर पल भर में सुलझा लिया गया। पूरे मामले की आस-पास के गांव में चर्चा है। आलोट एसडीओपी शाबिरा अंसारी ने बताया कि 15 दिन पहले पालमगार गांव में महिलाओं के दो पक्षों के बीच विवाद की शुरुआत हुई थी, जिसके बाद दोनों ही पक्षों ने आलोट थाने में एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराएं। दोनों ही पक्ष लगातार विवाद कर रहे थे और पुलिस और जनप्रतिनिधियों की ओर से समझाइश दी जा रही थी।
मोबाइल लेने की बात को लेकर 1 घंटे बहस होती रही
गुरुवार को दोनों ही पक्षों को आलोट थाने बुलवाया गया, जिसके बाद उनके बीच विवाद शांत कराने की कोशिश की गई। इस दौरान एक पक्ष का दूसरे पक्ष पर आरोप था कि विवाद के दौरान उनका मोबाइल ले लिया गया था, जबकि दूसरे पक्ष ने मोबाइल लेने की बात से इंकार कर दिया। इस बात को लेकर 1 घंटे तक बहस होती रही। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दोनों ही पक्ष के काफी लोग थाना परिसर में जमा हो गए थे।
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भगवान महादेव को बना लिया साक्षी
जब विवाद समाप्त कराने को लेकर चर्चा हुई तो जिस पक्ष का मोबाइल गुम हुआ था, उसने एक शर्त रखते हुए कहा कि यदि दूसरा पक्ष महादेव मंदिर में खड़े होकर मोबाइल नहीं लेने की बात स्वीकारता है तो इस विवाद को खत्म कर लिया जाएगा। इसके बाद जनप्रतिनिधि, पुलिस अधिकारी और दोनों ही पक्ष के लोग महादेव मंदिर पहुंचे। महादेव मंदिर में दूसरे पक्ष ने मोबाइल लेने की बात से इंकार करते हुए भगवान को साक्षी बना लिया। जब इस पूरे मामले में महादेव की एंट्री हो गई तो पूरा विवाद शांत हो गया, जिसके बाद दोनों ही पक्ष के लोग अपने गांव की ओर रवाना हो गए।
हर-हर महादेव के नारे के साथ विवाद शांत
जब महादेव मंदिर में जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि कालू सिंह परिहार, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह परिहार, थाना प्रभारी शिवमंगल सिंह सेंगर, रमेश दायमा शहीद दोनों पक्षों लोगों की मौजूदगी में हर-हर महादेव के नारे के साथ विवाद को शांत कर दिया गया। पुलिस ने दोनों ही पक्षों को कड़ी समझाइश भी दी है।