इंदौर. मध्यप्रदेश में डेढ़ साल बाद बुधवार को दोबारा मिडिल स्कूल खुल (School reopen) गए है। 50 फीसदी क्षमता के साथ स्कूलों को खोला गया है। इस कारण एक बच्चा सप्ताह में सिर्फ तीन दिन स्कूल में क्लास कर पाएगा। हालांकि बुधवार को स्कूल में स्टूडेंट्स की संख्या करीब 15 फीसदी से भी कम रही है। प्रदेश के स्कूलों में इस समय 6वीं से 12वीं तक की क्लासेस चालू है।
बच्चों की सुरक्षा सबसे जरूरी
इंदौर के उत्कृष्ट विद्यालय की प्रभारी प्राचार्या संगीता विनायका ने बताया कि स्टूडेंट्स को पेरेंट्स का सहमति लैटर (parents permission letter) दिखाने के बाद स्कूल में एंट्री मिलती है। इसके बाद हाथों को सेनेटाइज करके साबुन से धुलवाया जाता है। सोशल डिस्टेंसिग से बच्चों को स्कूल में बैठाया गया है। वहीं 7 वीं क्लास की छात्रा आस्था वंशीवाल ने बताया कि हम डेढ़ साल बाद स्कूल आए हैं। हमें बहुत अच्छा लग रहा है, मॉस्क सेनेटाइजर सब लेकर आए है। स्कूल वाले बता रहे हैं, दो गज की दूरी बनाकर रखो।
छात्रों के लिए अलग-अलग दिन निर्धारित
प्राचार्या संगीता विनायका ने बताया कि 6वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स की क्लासेस के लिए अलग-अलग दिन निर्धारित किए गए हैं। जैसे 12 वीं के लिए सोमवार, 11वीं के लिए मंगलवार, शुक्रवार, 10 वीं के लिए बुधवार, 9 वीं के लिए गुरूवार रखा गया है। छात्र पीयूष यादव ने बताया कि पहले मोबाइल (online classes) से होमवर्क करते थे। लेकिन अब स्कूल में पढ़ाई करके अच्छा लग रहा है।