BHOPAL. दो साल से आईएएस और आईपीएस बनने का इंतजार कर रहे राज्य प्रशासनिक और राज्य पुलिस सेवा के अफसरों के लिए अच्छी खबर है। यूपीएससी ने डीपीसी की तारीख तय कर दी है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में ये बैठक दिल्ली में 2 मई को होगी। आईएएस अवार्ड के लिए 2002 और 2006 बैच के अफसरों के नामों पर विचार होगा। वहीं आईपीएस अवार्ड के लिए राज्य पुलिस सेवा के 1995 से 1997 बैच के अफसरों के नाम पर विचार किया जाएगा।
आईएएसः 2021 और 22 के लिए 33 पदों पर डीपीसी होना है
आईएएस अवार्ड के लिए वर्ष 2021 के लिए 14 और वर्ष 2022 के लिए 19 पदों पर डीपीसी होना है। इनमें विवेक सिंह, पंकज शर्मा, सुनील दुबे, राजेश जैन, जयेन्द्र विजयवत, प्रमोद शुक्ला, गजेन्द्र सिंह नागेश, प्रताप नारायण यादव, सरोधन सिंह, अनुराग सक्सैना, मल्लिका निगम नागर, अजीजा जफर, सपना सोलंकी, मंजूषा राय, संघप्रिया गौतम, संजना जैन, सुस्मिचता सक्सैना, कीर्ति खुरासिया, जगदीश गोमे, दिशा प्रणय नागवंशी, कमल नागर, डीके नागेन्द्र, मनोज सरयाम, डीपी वर्मा, जीएस धुर्वे, रामप्रसाद अहिरवार, कमलेश भार्गव, अभय सिंह ओरिया, संदीप केरकट्टा, अंजलि जोसफ, रेखा राठौर, नवीत धुर्वे, सोजान सिंह रावत, वंदना शर्मा, अर्चना सिंह सोलंकी, नंदा भलावी, अनिल दामोदर, सविता झारिया, सारिका भूरिया, कमल सोलंकी, जितेन्द्र सिंह चैहान सहित 27 नामों पर विचार किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि इनमें पंकज शर्मा, जयेन्द्र विजयवत, कैलाश बुंदेला, कमलेश भार्गव, सुनील दुबे, गजेन्द्र नागेश, कमल नागर की पुरानी जांच और सीआर के नाम पर इनके लिफाफे बंद किए जा सकते हैं। यानि इन लोगों की पदोन्नति होल्ड की जा सकती है।
आईपीएसः 2021 और 22 के लिए 16 पदों पर डीपीसी होना है
आईपीएस अवार्ड के लिए वर्ष 2021 के लिए 10 पद और वर्ष 2022 के लिए 6 पदों पर डीपीसी होना है। यानि कुल 16 पदों पर डीपीसी होगी। पदोन्नति के प्रमुख दावेदारों में अनिल कुमार मिश्रा, प्रकाश परिहार, विनोद कुमार सिंह, मनीष खत्री, राजेश कुमार त्रिपाठी, सुनील कुमार मेहता, विरेन्द्र जैन, देवेन्द्र कुमार पाटीदार, रायसिंह नरवरिया, राम शरण प्रजापति, गोपाल प्रसाद खंडेल, सुंदर सिंह कनेश, अरुण कुमार मिश्रा, पद्मविलोचन शुक्ला, सुधीर कुमार अग्रवाल, पंकज कुमार पांडेय, अजय पांडेय, डॉ. संजय कुमार अग्रवाल, मुन्नालाल चैरसिया, दिलीप कुमार सोनी, सीताराम सासत्या, अवधेश प्रताप सिंह बागरी, राजेन्द्र कुमार वर्मा, अमृत मीना, विक्रांत मुराब, सुरेन्द्र कुमार जैन और आशीष खरे के नाम शामिल हैं। इनमें से प्रकाश परिहार, विनोद सिंह और अरुण मिश्रा के नाम को न्यायालयीन प्रकरण के नाम पर रोका जा सकजा है।