Narsinghpur. नरसिंहपुर व तेंदूखेड़ा में मप्र के पूर्व वित्त मंत्री स्व. अजय नारायण मुशरान की 90 वीं जयंती पर राज कृष्ण तन्खा रोटरी इंटरनेशनल क्लब के प्रयास से मेगा हेल्थ (राहत शिविर) का आयोजन किया गया। इस कैंप में देश के फेमस डॉक्टर्स की टीम ने मरीजों की जांच की और स्वास्थ्य संबंधी एडवाइज दी।
देश के प्रसिद्ध डॉक्टर्स पहुंचे
कैंप में एम्स दिल्ली में प्रोफेसर इन कार्डियोलोजी डॉ नीतीश नायक पहुंचे। नरसिंहपुर निवासी डॉ नायक पूर्व राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के हेल्थ कंसलटेंट रह चुके हैं। पीजीआई चंडीगढ़ के हेपेटोलोजी डिपार्टमेंट के पूर्व डायरेक्टर व वर्तमान में कलिंग इंस्टिट्यूट भुवनेश्वर के चेयरमैन डॉ योगेश चावला, व सर गंगाराम हॉस्पिटल में रूमेटोलोजी विभाग के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डॉ वी चतुर्वेदी पहुंचे। विभिन्न रोगों पर द सूत्र से चर्चा भी की।
जिम करते हुए कार्डिएक अरेस्ट
द सूत्र से चर्चा करते हुए का कार्डियोलॉजिस्ट डॉ नीतीश नायक ने बताया कि जिम करते हुए या यंग एज में कार्डिएक अरेस्ट के केस बढ़ गए हैं।इसका कारण लाइफ स्टाइल है, अनावश्यक प्रोटीन पाउडर का सेवन है जोकि वेट लिफ्टिंग करने वाले लेते हैं। कुछ बीमारी साइलेंट रूप में पहले से रहती हैं क्योंकि वे जांच नहीं कराते तो मालुम नहीं होता।जैसे कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, बल्ड प्रेशर बढ़ना। नियमित जांच हर उम्र में जरूरी है।
लिवर को बचाएं
हरपेटोलाजिस्ट डॉ योगेश चावला ने बताया कि लिवर की बीमारी अल्कोहेलिक व नॉन अल्कोहेलिक होती है। नॉर्थ इंडिया में एलकोहेलिक लिवर डिसीज के काफी केस हैं। समय पर ट्रीटमेंट यदि नहीं किया गया तो इससे लिवर सिरोसिस हो जाता है। नॉन एलकोहैलिक लिवर डिसीज में फैटी लिवर हो जाता है। जल्द ट्रीटमेंट शुरू होना जरूरी है। लिवर ट्रांसप्लांट करके भी मरीजों को बचाया जा रहा है।
गठिया किसी भी उम्र में संभव
सर गंगाराम हॉस्पिटल में रूमेटोलॉजिस्ट डॉ वी चतुर्वेदी इस विषय में देश के पहले डीएम हैं। डॉ चतुर्वेदी का कहना है कि पहले ऐसा समझा जाता है कि गठिया अधिक उम्र होने पर होता है।लेकिन ऐसा नहीं है।अधिक उम्र के गठिया को ओस्टियोपोरोसिस कहते हैं। यंग एज के गठिया का उपचार रूमेटोलॉजी में किया जाता है,इसे रूमेटोलॉजिस्ट करते हैं।इसमें कमर में व कभी कभी जोड़ों में दर्द होता है। इसका आजकल मेडिकल साइंस में उपचार है।
हर व्यक्ति को उपचार मिले
राज्य सभा सदस्य विवेक तनखा का कहना है कि हजारों की संख्या में नरसिंहपुर और तेंदूखेड़ा में आयोजित दो दिवसीय राहत शिविर में लोग पहुंचे। उनका वहां इलाज हुआ। हमारा उद्देश्य यह है कि हर व्यक्ति को बेहतर इलाज मिले। देश के नामी डॉक्टर्स यहां आए हैं। डॉ वी चतुर्वेदी, डॉ योगेश चावला, डॉ नीतीश नायक व डॉ भंडारी, डॉ गोयनका की पूरी टीम ने यहां लोगों की जांच की।