संजय गुप्ता, INDORE. चार साल की बेटी की बलि औऱ् किसी ने नहीं बल्कि उसके पिता ने ही देने की कोशिश की। बेटी को एक ड्रम में पानी भरकर डुबोकर रखा, फिर पूरा गीला कर फर्श पर लिटा दिया गया और जब बेटी बेसुध हो गई तो उसे चाकू से गला काटने की कोशिश की। इसका उसने वीडियो तक बनाया। मौके पर परिजनों ने समय पर पहुंचकर उसे रोका और फिर मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बच्ची अभी डरी हुई है और पूरा परिवार सहमा हुआ है कि ऐसा कैसे हो सकता है।
यह है मामला
छोटा काम धंधा करने वाले कुशवाह नगर निवासी देवेश शक्तावत कुछ समय पहले एक हादसे में गंभीर घायल हुआ, तब उसने मान्यता ली कि बच गया तो बलि देगा। बाद में बचने के बाद मुर्गे की बलि भी दी लेकिन बाद में वह बहकी-बहकी बातें करने लगा। बार-बार बलि देने की बात करने लगा। पत्नी घबरा गई और पति को बैतूल लेकर चली गई, साथ में बेटी भी थी। ताकि अपने घर वालों के साथ रह सकें। बाद में एक दिन पति बोला कि इंदौर जा रहा हूं। बेटी को भी साथ ले गया। तब सब ठीक था। बाद में बातों-बातों में पत्नी को उसकी सनकभरी बातों से आशंका हुई वह फिर बलि की बात करने लगा था। पत्नी ने इंदौर में रहने वाले पति के बड़े भाई और भाभी को बताया, वह जब घर बेटी को देखने गए तो खौफनाक दृश्य देखा, जिसमें वह बेटी को मारने जा रहा था। पुलिस को बुलाकर सिरफिरे से बच्ची को छुड़ाया गया। फिलहाल उसे मेंटल हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है। उसे पागलों जैसी हरकतें कर रहा था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह पागलों जैसी हरकतें कर रहा है इसलिए उसे मेंटल अस्पताल ले जाना ठीक होगा। उसे कंट्रोल करने में भी काफी मशक्कत हुई, वह घर से बड़ा त्रिशूल लेकर आ गया और बाहर हंगामा करने लगा। मुश्किल से सभी ने मिलकर उसे पकड़ा और बांधा।