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अंकुश मौर्य, BHOPAL. राजधानी भोपाल में 12 दिन से अंधेरे में डूबी सड़कें और गलियां बुधवार शाम से फिर रोशन हो गईं। स्ट्रीट लाइट के बकाया बिल की वसूली के लिए बिजली कंपनी ने कनेक्शन काट दिए थे। नगर निगम और बिजली कंपनी के बीच समन्वय बनाने के लिए नगरीय प्रशासन और भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह को उतरना पड़ा। मंत्री ने कलेक्टर अविनाश लवानिया की मौजूदगी में नगर निगम और बिजली कंपनी के अधिकारियों से बात की और स्ट्रीट लाइट शुरू करने के निर्देश दिए।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बिजली कंपनी को दी हिदायत
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आगे कभी ऐसी स्थिति नहीं बननी चाहिए। बिजली कंपनी के अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि कोई भी कदम उठाने से पहले कलेक्टर को अवगत कराए। बता दें कि वसूली के लिए बिजली कंपनी ने नगर निगम के कनेक्शन काट दिए थे। जिससे शहर के 70 फीसदी इलाके अंधेरे में डूब गए थे।
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नगर निगम ने निकाली रिकवरी
नगर निगम भोपाल पर बिजली कंपनी का 4 महीने का बिल, करीब 40 करोड़ रुपए बकाया है। हर महीने नगर निगम का करीब 10-12 करोड़ रुपए बिल आता है। दूसरी तरफ बिजली कंपनी पर नगर निगम के 46 लाख रुपए बाकी हैं। दो साल से बिजली कंपनी ने संपत्ति कर जमा नहीं किया है। अब नगर निगम ने बिजली कंपनी से संपत्ति कर की वसूली की तैयारी कर ली है। यानी मंत्री भूपेंद्र सिंह के समन्वय बनाने के बाद जनता को तो राहत मिल जाएगी लेकिन निगम और कंपनी के बीच विवाद खत्म होने की बजाय बढ़ता नजर आ रहा है।
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