निवाड़ी. मध्यप्रदेश में घूसखोर कर्मचारियों, अफसरों के हौसले बुलंद है। सीएम शिवराज (CM Shivraj) की जनदर्शन यात्रा से लेकर मंत्रियों के दौरे पर आम जनता भ्रष्टाचार (Corruption) की शिकायत कर रही हैं। ताजा मामला निवाड़ी (Niwari) जिले का है, जहां 27 सितंबर को केव्ही विद्युत सब स्टेशन के ई लोकार्पण के लिए ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर (Pradhuman Singh Tomar) जिले के देवेंद्रपुरा गांव में पहुंचे। यहां भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद ऊर्जा मंत्री ने एक किसान के पैरों पर गिरकर मांफी मांगी है।
ट्रांसफार्मर रखने की एवज में 10 हजार की घूस
बुजुर्ग किसान प्रहलाद सिंह अहिरवार ने मंत्री तोमर से शिकायत करते हुए कहा कि उससे ट्रांसफार्मर रखने की एवज में एक विद्युत अधिकारी ने 10 हजार रुपए की रिश्वत (Bribe) ली है। ऊर्जा मंत्री तोमर ने बताया कि मैंने तत्काल इस मामले में लिप्त कर्मचारी, अधिकारियों के खिलाफ विभागीय और पुलिस की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। विभाग की इस गलती के लिए मैंने बुजुर्ग से मांफी मांगी है, मेरा ऐसे अधिकारियों, कर्मचारियों को स्पष्ट संदेश है कि घूस लेने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
विधायक रामबाई ने घूस का फॉर्मूला बताया
27 सितंबर को ही प्रदेश की पथरिया सीट से बसपा विधायक रामबाई का एक बयान काफी विवादों में है। वे वीडियों में ये बोलते दिख रही हैं कि घूस का पैकेज क्या होना चाहिए। विधायक के पास कुछ रोज पहले सतऊआ गांव के लोग रोजगार सहायक और सचिव की शिकायत लेकर पहुंचे थे। रामबाई ने दमोह में कहा एक हजार रुपए तक की रिश्वत लेने में कोई दिक्कत नहीं है। आटे में नमक बराबर रिश्वत चलत है। हम भी जे समझत हैं। हजार-पांच सौ तक घूस चलत है। लेकिन जे मतलब थोड़ी कि तुम पूरी थाली लेकर चले जाओ। हमें पता है कि सब कछु 'अंधेर नगरी चौपट राजा' चल रहो है, लेकिन इत्तो भ्रष्टाचार ठीक नहीं।
BSP MLA का ‘रिश्वती’ बयान: हजार रु लेने में बुराई नहीं, आटे में नमक तो चलत है- रामबाई