राहुल उपाध्याय, KATNI. कटनी में पांचवीं और आठवीं के बोर्ड एग्जाम हो रहे हैं। कटनी में 5वीं के बच्चों को इंग्लिश के पेपर में ऐसा पेपर थमा दिया जिसका सिलेबस उन्होंने पढ़ा ही नहीं है। 2 प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को NCERT की जगह SCERT का पेपर दे दिया। इसके बाद बच्चों से कहा कि हल करना पड़ेगा, क्योंकि भोपाल से आया है। अभिभावकों के विरोध के बाद पेपर को रीशेड्यूल किया गया। इस मामले में अशासकीय विद्यालय परिवार ने हाईकोर्ट में अवमानना याचिका लगाई है।
अभिभावकों ने किया विरोध
अभिभावकों का कहना है कि उन्हें जब ये बात पता चली तो उन्होंने विरोध किया। एक तो पेपर डेढ़ घंटे देरी से शुरू किया और गलत पेपर दे दिया। इसके बाद बच्चों पर उसे हल करने के लिए दबाव बनाया गया। इसके बाद अभिभावकों के पास मैसेज आया कि 1 अप्रैल को फिर से इंग्लिश का पेपर लिया जाएगा। अब गणित का पेपर होना है। बच्चे गणित पढ़ना छोड़कर इंग्लिश की तैयारी कैसे करेंगे। इंग्लिश के पेपर को सबसे आखिरी में रीशेड्यूल करना चाहिए था।
याचिका लगाई
अशासकीय विद्यालय परिवार के अध्यक्ष मोहन नागवानी का कहना है कि उन्होंने इस मामले में हाईकोर्ट में अवमानना याचिका लगाई है। हाईकोर्ट ने 22 फरवरी को आदेश दिया था कि 5वीं के एग्जाम एनसीईआरटी से कराए जाएं, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना की गई।
कटनी के BRC क्या बोले
कटनी के BRC मनीष गौतम ने कहा कि पांचवीं बोर्ड परीक्षा में NCERT के पाठ्यक्रम की जगह पर SCERT का पेपर मानवीय त्रुटि के कारण छात्रों को हल करने दिया गया था। त्रुटि में सुधार किया गया और 1 अप्रैल को ये परीक्षा दोबारा आयोजित की गई है।