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BETUL. बैतूल में आठनेर ब्लॉक के मांडवी गांव में 400 फीट गहरे बोरवेल में गिरकर करीब 38 फीट पर मासूम तन्मय फंसा हुआ है। उसको सुरक्षित निकालने के लिए 60 घंटे से लगातार रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा है। गड्ढा खुदाई का काम पूरा हो गया है ,अब सुरंग बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। करीब 8 से 10 फीट की सुरंग बनाई जा रही है जिसके बाद तन्मय को बाहर निकाला जाएगा। हालांकि तन्मय से कोई रिस्पांस नहीं मिल पाया है। उसे लगातार ऑक्सीजन दी जा रही है। इधर इस मामले में खेत मालिक पर भी एफआईआर दर्ज कराने की बात प्रशासन ने कही है। पूरे मामले की आला अधिकारी सघन मॉनीटरिंग कर रहे हैं। मौके पर भोपाल, होशंगाबाद, हरदा समेत कई जिलों की टीमें मौजूद है। दूसरी ओर घटना के 75 घंटे बाद पहुंचे प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इस दौरान रेस्क्यू में प्रशासन की खामियों को स्वीकार करते हुए कहा कि रेस्क्यू में विलंब हुआ है। रेस्क्यू में सभी प्रकार की खामियों की सीएम शिवराज को जानकारी दी गई है। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। रेस्क्यू में देरी पर कहा..
कि प्लानिंग में कुछ कमी हो सकती है। गुरुवार को रेस्क्यू ठीक था लेकिन शुक्रवार को रेस्क्यू की गति धीमी रही। रिजल्ट ओरिएंटेड काम होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू का काम पूरा करना हमारी प्राथमिकता है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि खुले हुए बोरबेल को लेकर अधिकारियों को निरीक्षण करना चाहिए।
टनल निर्माण में पत्थर और चट्टान की दिक्कत
जहां टनल बनाई जा रही है वहां पत्थर और चट्टान लगातार परेशानी खड़ी कर रहे हैं। इसके साथ ही लगातार पानी भी जमा हो रहा है। पानी को मोटर की मदद से निकालकर टनल बनाने का काम किया जा रहा है। बोरवेल के समानांतर में 45 फीट का गड्ढा खोद लिया गया है अब सुरंग का बनाने काम तेजी से चल रहा है।
आड़े बोर मशीन से बनाई जा रही सुरंग
कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया की सुरंग बनाने का काम आड़े बोर की मशीन से किया जाएगा। यह मशीन जहां तक काम करती है, वहां तक मशीन से ही सुरंग बनेगी। बोर में बड़ी मशीनों का कंपन न हो इसलिए दूसरी मशीन लगाने का फैसला किया है। बालक को पहले सीएचसी आठनेर ले जाएंगे। वहां से आईसीयू शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन फिलहाल अंदर से कोई रिस्पॉन्स नहीं आ रहा है। ताजी जानकारी के अनुसार चैनल के माध्यम से तन्मय तक पहुंचने में मात्र 2 से 3 फीट बच गया है ।
एडीएम श्यामेंद्र जायसवाल ने बताया कि तन्मय बोरवेल में 38 फीट नीचे फंसा है। हरदा, होशंगाबाद और बैतूल एसडीईआरएफ, एनडीईआरएफ के 125 से ज्यादा जवान मांडवी गांव में रेस्क्यू में जुटे हैं। जायसवाल ने बताया कि मासूम तन्मय को कब तक निकाला जा सकेगा, इसका कोई अंदाजा नहीं है। मासूम के मां-बाप उसकी सलामती के लिए घर में पूजा-प्रार्थना कर रहे हैं। बच्चे के स्कूल के साथी भी उसकी सलामती की दुआ कर रहे हैं।
पानी और हार्ड पत्थर से हो रही समस्या
गड्ढे में बार-बार पानी भर जाने की वजह से काम प्रभावित हो रहा है पत्थर और चट्टानों की वजह से भी खुदाई में उतनी तेजी नहीं आ पा रही है। होमगार्ड कमांडेंट एसआर अजमी ने बताया कि बच्चे तक पहुंचने के लिए 7 से 8 फीट सीधी सुरंग बनाई जाएगी। टनल बन जाने के बाद बच्चे को पैरों की तरफ से निकाला जाएगा। एनडीईआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन ऑपरेट कर रही है। ब्लास्टिंग एक्सपर्ट से टनल बनाने पर चर्चा हुई है।
चार गांव के लोग मदद में जुटे
मांडवी गांव के साथ-साथ आसपास के 4 गांव के लोगों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं। रेस्क्यू में जुटे 200 से अधिक लोगों के लिए भोजन से लेकर सभी प्रकार की व्यवस्था ग्रामीण कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन लगातार राहत कार्य में लगा है। लिहाजा हर स्तर पर मदद के लिए हम भी सहयोग दे रहे हैं। हमारी सिर्फ एक मंशा है कि तन्मय को हंसता-खेलता देखें।
खेत मालिक पर होगी एफआईआर
एडीएम श्यामेंद्र जायसवाल ने बताया कि बच्चे को सकुशल बाहर निकालना प्राथमिकता है। इसके बाद खेत मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। बहरहाल मासूम तन्मय को बचाने के लिए जद्दोजहर का दौर जारी है। काम कब तक पूरा हो पाएगा इसको लेकर कोई निश्चित समय अधिकारी भी मौका परिस्थिति को देखते हुए नहीं बता पा रहे हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे होमगार्ड कमांडेंट एसआर आजमी के मुताबिक, बच्चा 39 फीट पर फंसा हुआ है। बच्चों की नॉर्मल हाइट तीन से चार फीट मानकर हमने 44 फीट तक गड्ढा खोदा है। टनल बनाने में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 61 जवान लगे हैं। पत्थर और चट्टानों के कारण टनल बनाने में परेशानी आ रही है। टीम को 8 फीट अंदर जाना है। हॉरिजोंटल बोरिंग और हैमरिंग के जरिए आगे टनल बनाई जा रही है।
बच्चे के पिता की मुख्यमंत्री से भावुक अपील
तन्मय के पिता सुनील साहू ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अपील की है। कहा कि मेरे बेटे को बचाने के लिए प्रशासन, पुलिस बल, कलेक्टर, एसपी 2 दिन से कोशिश कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि आप फोन करके बोलें कि जल्द मेरे बेटे को बाहर निकाला जाए। प्रशासन को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं। तन्मय को निकालने का अभियान अंतिम चरण में पहुंच गया है, वो भी कामयाब हो जाए और बच्चा सही सलामत बाहर आ जाए। मैं सभी ने हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि बेटे की सही सलामती के लिए दुआएं मांगें।
कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस के मुताबिक, सुरंग बनाने का काम आड़े बोर की मशीन से किया जाएगा। बोर में बड़ी मशीनों का कंपन नहीं हो, इसके चलते दूसरी मशीन लगाने का फैसला किया है। बच्चे को पहले सीएचसी आठनेर ले जाएंगे। वहां से आईसीयू शिफ्ट किया जाएगा। आसपास के 4 गांव के लोग भी मदद कर रहे हैं। रेस्क्यू में जुटे 200 से ज्यादा लोगों के लिए खाने से लेकर सभी प्रकार की व्यवस्था ग्रामीण ही कर रहे हैं।
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तन्मय बच्चों के साथ खेल रहा था, तभी हो गया हादसा
घटना 6 दिसंबर की शाम करीब 5 बजे की है। 6 साल का तन्मय दूसरे बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी दौरान वह पड़ोसी के बोरवैल में गिर गया। आवाज लगाने पर बोरवैल के भीतर से बच्चे की आवाज आई। इस पर परिवारवालों ने तुरंत बैतूल और आठनेर पुलिस को खबर दी। तन्मय की 11 साल की बहन निधि साहू के मुताबिक, हम छुपन-छिपाई खेल रहे थे। भाई को कहा कि चलो अब घर चलते हैं। वो कूदकर आया। बोर के ऊपर बोरी रखी थी। उसने बोरी को पकड़कर रखा था, मैं जब तक पहुंची तो भाई नीचे चला गया।
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