BHOPAL. मध्य प्रदेश की नई आबकारी नीति (Excise Policy) को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। इस नई आबकारी नीति में बड़ा बदलाव किया गया है। मध्य प्रदेश के सारे अहाते बंद होंगे। शॉप-बार पर भी बैठकर शराब नहीं पी जा सकेगी। सभी शॉप बार को बंद किया जाएगा। शराब की दुकान से शराब खरीद सकेंगे, लेकिन दुकान पर बैठकर नहीं पी सकेंगे। गर्ल्स हॉस्टल,कॉलेज समेत सभी प्रकार के शैक्षणिक संस्थानों से अब 100 मीटर की दूरी तक शराब दुकान नहीं खोली जा सकेगी। इससे पहले ये दूरी 50 मीटर थी, जिसे 100 मीटर तक बढ़ाया गया है। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के लाइसेंस भी निलंबित किए जाएंगे। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश की नई आबकारी नीति में शराब को हतोत्साहित किया जा रहा है।
कैबिनेट के अन्य फैसले
- आरबीसी 6-4 के दायरे को बढ़ाया जा रहा है।
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नई आबकारी नीति में क्या उमा भारती का असर है?
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती बीते एक साल से शराबबंदी आंदोलन छेड़े हुए हैं। भोपाल की एक शराब दुकान पर पत्थर तो ओरछा में एक दुकान पर गोबर फेंका था। इसी साल जनवरी में वे भोपाल के अयोध्या बाइपास इलाके के एक मंदिर में 3 दिन के लिए रहने चली गई थीं और कहा था कि वे शराब नीति की घोषणा सुनना चाहती हैं। इससे पहले उनका ओरछा का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि भगवान रामराजा के क्षेत्र से शराब से टैक्स लिया जा रहा है। ये मेरी (राम का नाम लेने वालों की) गलती है। तुम लोग मुझे फांसी चढ़ा दो। शिवराज सरकार की नई शराब नीति में कहीं ना कहीं उमा का असर देखा जा सकता है। इस साल आखिर में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं, ऐसे में सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहेगी।
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