BHOPAL. मध्य प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह पर गौ तस्करों को संरक्षण देने के आरोप लगे हैं। इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। ये वीडियो एक सभा का है, जिसमें मंच से एक संत उन पर ये आरोप लगा रहे हैं। संत का कहना है कि सुवासरा क्षेत्र में हो रही गौ तस्करी के लिए मंत्री हरदीप सिंह डंग जिम्मेदार हैं। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में हरदीप सिंह डंग भी मौजूद थे। द सूत्र इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
संत ने सुनाया गौ तस्करी से जुड़ा किस्सा
संत ने कहा कि गौ माता के साथ जो अत्याचार हो रहा है, उसका सिर्फ एक ही कारण है कि गौ माता वोट नहीं देती। गौ माता की बात करें तो यहां सुवासरा में कुछ दिन पहले बैलों का मेला लगा था। वो बैल जावरा में गए और जावरा में हमारे रक्षा दल वालों ने छुड़वाए। वहां पर हम लोगों ने पर्ची बताई और कहा कि वहां से हमें अनुमति मिली है, ये भी कहा कि हमें आपके पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग द्वारा हमें पर्ची मिली है। पर्ची लेने वाले का हमारे पास वीडियो है अगर किसी को चाहिए तो हम बताने के लिए तैयार हैं। पर्यारवण मंत्री हरदीप सिंह डंग के उस पर्ची पर साइन हैं। जिस देश और मध्य प्रदेश में गौ माता को राष्ट्रमाता कहा जाता हो, उस विधानसभा क्षेत्र में अगर गौ माता कटने के लिए जाती हो तो ये हमारे हिंदुओ के लिए दुर्भाग्य की बात है। कई बार गौ माता के दान के लिए हम विधायक (हरदीप सिंह डंग) के पास गए, लेकिन उन्होंने हमें मना कर दिया। हमारे क्षेत्र के लिए गौ माता की संरक्षण को लेकर दान लेने गए तो डंग ने मना कर दिया की कि इसमें हम आपको कोई सहयोग नहीं कर सकते।
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इससे पहले दिखा था मंत्री का गौ प्रेम
कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री हरदीप सिंह डंग का गौ प्रेम नजर आया था। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डंग ने कहा था कि सिर्फ गाय पालने वाले को ही चुनाव लड़ने का अधिकार होना चाहिए। हरदीप सिंह डंग ने सबसे पहले गौशाला खोलने का प्रस्ताव रखा था जो सरकार अमल में लाई है। सरकार ने हाल ही में तीन हजार गोशालाएं खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। अपनी दूसरी मांग को लेकर उन्होंने कहा था कि हर सरकारी कर्मचारी-अधिकारी जिनकी तनख्वाह 25 हजार या उससे ज्यादा हो, उनसे हर महीने 500 रुपए गौशाला में जमा करवाना अनिवार्य करें। अपनी तीसरी मांग को लेकर डंग ने कहा था कि जो किसान गौमाता पाले, उसी को कृषि भूमि खरीदने-बेचने की अनुमति दी जाए।