कमलेश सारडा, NEMUCH. नीमच के एनएच-78 से अचलावदा तक करीब 10.2 किलोमीटर सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में करीब 729.73 लाख रुपए में किया जा रहा है। निर्माण अवधि पूर्ण होने के तीन माह बाद ही भ्रष्टाचार के चलते सड़क पर मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है। जगह-जगह गड्ढे होकर गिट्टी निकलने लगी है। वहीं कई स्थानों पर सड़क भी बैठ गई है। घटिया निर्माण को छुपाने के लिए अधिकारी अब नियमों की आड़ ले रहे हैं। वहीं ठेकेदार द्वारा पेचवर्क भी कर दिया गया है।
जिलेभर में बनी प्रधानमंत्री सड़कों की हालत खस्ता है
उल्लेखनीय है कि जिलेभर में बनी प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़कों की हालत खस्ता हो रही है। निर्माण के कुछ समय बाद ही इन पर ठेकेदारों द्वारा मरम्मत करनी पड़ रही है। गुणवत्ताहीन बनी इन सड़कों से कुछ ही समय में डामर गायब हो रहा है। जगह-जगह गड्ढे होकर गिट्टी बाहर आ रही है। विभाग के इंजीनियरों की मिलीभगत से शासन को पलीता लगाया जा रहा है।
तीन माह बाद भी सड़क पर मरम्मत का काम हो रहा
कई शिकायतों के बाद भी जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। इसी कड़ी में जयपूर की कंपनी हाईटेक बिल्डमार्ट प्रा. लि. एनएच-78 से अचलावदा तक 729.73 लाख की लागत की करीब 10.2 किलोमीटर तक की सड़क का निर्माण किया जा रहा है। कंपनी ने 11 अगस्त 2021 को कार्य शुरू किया था और 10 अगस्त 2022 को कार्य पूर्ण करना था, लेकिन निर्माण अवधि पूर्ण होने के तीन माह बाद भी सड़क पर मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। इस सड़क में चार पुलिया व एक रपट का भी निर्माण होना है। जिनका कार्य चल रहा है। रोड का निर्माण बेहद घटिया होने से ग्राम के लोगों में विभाग के खिलाफ आक्रोश है। हालांकि निर्माण कार्य को क्लीन चिट विभाग के एक इंजिनियर द्वारा दी गई है। इस पर अब रहवासी व जनप्रतिनिधि भ्रष्टचार व मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं। साथ ही इन पर कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं।
इंजीनियर पर मिलीभगत व भ्रष्टाचार का आरोप
विभाग के सविदा इंजीनियर कुलदीप तोमर पर इंटरनेट पर भ्रष्टचार व मिलीभगत के आरोप लगाए गए हैं। उसमें बताया गया कि इंजीनियर की मिलीभगत से ही रोड का निर्माण घटिया हुआ है। कई बार इंजीनियर को अवगत कराने के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया। हर बार इंजिनियर पल्ला झाड़ता रहता है।
निर्माण अवधि पूर्ण के तीन माह बाद मरम्मत
विभाग को दावा है कि अब तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। ठेकेदार ने सड़क को विभाग के सुपूर्द नहीं किया है, जबकि ठेकेदार द्वारा जगह-जगह निर्माणधीन सड़क पर पेचवर्क किया जा रहा है। रोड पर लगे योजना के बोर्ड में 10 अगस्त 2022 को कार्य पूर्ण होना दर्शाया गया है। हालांकिए रोड की साइडें सहित अन्य कार्य अब भी बाकी है।
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इंजीनियर की मिलीभगत
इस संबंध में दामोदरपुरा के जनपद सदस्य प्रकाश मेघवाल ने बताया कि कानका से अचलावदा ग्राम तक बनी प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। इंजिनियर कुलदीप तोमर की मिली भगत से ही रोड का घटिया निर्माण हुआ है। इसके चलते मात्र तीन माह में ही रोड का डामर गायब होकर जगह.जगह गिट्टी निकल गई। इस संबंध में शिकायत की गई है। मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा को भी शिकायत की जाएगी।
आरोप गलत
वहीं आरोप का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री सड़क योजना में उपयंत्री कुलदीप तोमर ने कहा कि कानका से अचलावदा ग्राम तक सड़क का उन्ययन किया गया है। वहां पूर्व में सड़क होकर करीब दस वर्ष पूरानी हो चुकी थी। मिलीभगत व भ्रष्टाचार का आरोप गलत है। कार्य मेरे उच्च अधिकारियों की निगरानी में होता है। मेरा कुछ लेनादेना नहीं है।
कार्य चल रहा है
वहीं प्रधानमंत्री सड़क योजना के महाप्रबंधक तोविंद्र सिंह जोहरे ने कहा कि एनएच-78 से अचलावदा तक करीब 10 किलोमीटर तक की सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। पूर्व में घटिया निर्माण की शिकायत पर वहां पहुंच जांच की गई है। सड़क का निर्माण नियमानुसार हो रहा है। ठेकेदार द्वारा सड़क को सुपूर्दगी में नहीं दिया गया है।