सुनील शर्मा, BHIND. कुछ समय पहले विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने प्रदेश में बड़े पोषण आहार घोटाले का आरोप लगाया था वहीं भिंड जिले में आंगनवाड़ियों में बंटने वाले पोषण आहार के वितरण की जिम्मेदारी स्वायत्ता समूहों को दी गई थी लेकिन कई केंद्रों पर पोषण आहार नही बांटा जा रहा है, जांच में कई केंद्रों पर इस तरह की स्थिति मिलने के बाद महिला बाल विकास विभाग ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के सात स्वसहायता समूहों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।
जानकारी मुताबिक जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण आहार वितरण को ज़िम्मेदारी स्वायत्ता समूहों को दी गई है एक समूह को 10 केंद्रों पर वितरण का प्रावधान है, ऐसे में महिला बाल विकास विभाग भिंड की ओर से अपर कलेक्टर ने भिंड शहरी क्षेत्र में केंद्रों पर पोषण आहार वितरण करने में लापरवाही बरतने वाले दो समूह कैला देवी महिला स्व सहायता समूह,और भोलेकर महिला स्वसहायता समूह परियोजना शहरी भिंड, स्मृति महिला स्वसहायता समूह परियोजना भिंड शहरी, लोडी माता महिला स्वसहायता समूह परियोजना मेहगांव, विराट महिला स्वसहायता समूह परियोजना मेहगांव सिद्व बाबा महिला स्वसहायता समूह परियोजना मेहगांव के साथ ग्रामीण क्षेत्र से गोरमी परियोजना के तहत आने वाले जगदंबा महिला स्व सहायता समूह को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिवस में जवाब मांगा गया है।
कहीं नाश्ता तो कहीं भोजन नहीं बांटा जा रहा
जारी किए गए नोटिस में बताया गया है कि इन तीनों ही केंद्रों पर दो नवंबर को विभागीय योजनाओं की समीक्षा के लिए संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग चंबल संभाग द्वारा अलग अलग दिवस में आंगनवाड़ी केंद्र के संचालन और केंद्र पर विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए, साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों पर नाश्ता भोजन की जांच के लिए संपर्क किया गया था, जिसमें परियोजना गोरमी के तहत केंद्र लालपुरा 01 और आंगनवाड़ी केंद्र लालपुरा 02 पर जगदंबा महिला स्व सहायता समूह द्वारा बच्चों को केंद्र पर नाश्ता या भोजन नहीं दिया गया जिसकी जानकारी जांच के दौरान सामने आयी। ठीक इसी तरह भिंड शहरी परियोजना के तहत आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 1/3 और केंद्र क्रमांक 1/4 इस बार भी कैलादेवी स्व सहायता समूह से आंगनवाड़ी केंद्रों पर भोजन नास्ता नहीं भेजा गया जांच के दौरान बताया गया कि दोनों केंद्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा समूह से संपर्क किया गया तो उन्हें कैलादेवी स्व सहायता समूह द्वारा सिर्फ़ मंगलवार को ही नाश्ता भोजन वितरण कराए जाने की बात कही गई अन्य दिवसों में वितरण न कराने की बात कार्यकर्ताओं को बतायी गई. यानी कहा जा सकता है कि छह दिन का और पोषण आहार बांटने से कैलादेवी महिला स्व सहायता समूह के द्वारा मना कर दिया गया है।
कई स्व सहायता समूहों पर गिर सकती है गाज
इसके अलावा शहरी क्षेत्र के ही केंद्र क्रमांक 11/4 और 11/8 पर कई बार भोजन में दाल चावल दिए गए जबकि नाश्ता नहीं बांटा गया जिसकी ज़िम्मेदारी स्मृति महिला स्व सहायता समूह की थी. इनकी तरह ही मेहगांव परियोजना के चार समूहों को भी नोटिस जारी किए गए हैं. जिनमें कहीं नाश्ता तो कहीं भोजन नहीं बांटा जा रहा है। इन लापरवाही के मामलों को लेकर अपर कलेक्टर ने अब तक सात स्व सहायता समूहों को नोटिस जारी कर तीन दिवस में जवाब माँगे हैं . संतोष जनक जवाब नहीं होने पर एक पक्षीय कार्रवाई की चेतावनी भी नोटिस में दी गई है.. एक स्वासहायता समूह को दोबारा नोटिस जारी किया गया है। गौरतलब है कि भिंड शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में 538 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हैं जिनमें प्रति 10 केंद्र एक स्वसहायता समूह को भोजन नाश्ता वितरण की जिम्मेदारी दी गई है. लेकिन पड़ताल में सामने आरहा है कि ज्यादातर समूह फ़र्ज़ी तरीक़े से संचालित कर शासन को चूना लगाया जा रहा है. खबरें सामने आ रहीं हैं कि जल्द ही कई और स्व सहायता समूहों को भी नोटिस जारी हो सकते हैं और उन पर भी गाज गिर सकती है।