Bhopal. मध्यप्रदेश में आने वाले सप्ताह में राजनैतिक रैलियों की बहार रहेगी। 13 मार्च को जहां कांग्रेस राजभवन का घेराव करने जा रही है तो वहीं उसके अगले ही दिन यानि 14 मार्च को आम आदमी पार्टी अपनी कार्यकर्ता रैली करने वाली है। कांग्रेस जहां अडानी के मुद्दे समेत जनता की परेशानियों को लेकर बीजेपी की शिवराज सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रही है तो आम आदमी पार्टी मध्यप्रदेश में सियासी जमीन की तलाश को लेकर बीजेपी-कांग्रेस दोनों पर निशाने साधेगी। आम आदमी पार्टी की इस विशाल रैली में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान भी शामिल होने जा रहे हैं।
1 लाख कार्यकर्ताओं को जुटाने का टारगेट
बता दें कि अपनी इस विशाल रैली के लिए आम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश इकाई को भोपाल में प्रदेश भर से 1 लाख लोगों की भीड़ इकट्ठा करने का लक्ष्य दिया है। पार्टी के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री मुकेश जायसवाल का दावा है कि भोपाल में 1 लाख से भी ज्यादा कार्यकार्ता पार्टी सुप्रीमो केजरीवाल और भगवंत मान की रैली में शामिल होंगे। आप की यह रैली भेल के दशहरा मैदान में होगी। माना जा रहा है कि इसके जरिए पार्टी मध्यप्रदेश में अपना चुनावी समर फूंकेगी। बीते दिनों पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राज्यसभा सदस्य संदीप पाठक ऐलान कर चुके हैं कि पार्टी मध्यप्रदेश की सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
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पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री मुकेश जायसवाल का दावा कर रहे हैं कि मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सदस्य संख्या 10 लाख को पार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सिर्फ पिछले 4 महीनों में ही साढ़े चार लाख से ज्यादा नए सदस्य पार्टी में जोड़े गए हैं। उनका कहना है कि मध्य प्रदेश की जनता बीजेपी और कांग्रेस दोनों के कुशासन से तंग आ चुकी है। वह परिवर्तन के लिए आम आदमी पार्टी की ओर देख रही है। हालांकि यह दावा पिछले विधानसभा चुनावों में भी किया गया था लेकिन पार्टी प्रदेश में खाता भी नहीं खोल पाई थी।
दावा किया जा रहा है प्रदेश के हर जिले से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भोपाल पहुंचेंगे। इसके लिए जिलावार पार्टी की बैठकें आयोजिक की जा रही हैं। विधानसभा के दावेदारों को भी ज्यादा संख्या बटोरने का लक्ष्य दिया गया है। मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र दुबे कहा कहना है कि पिछले 1 साल में आम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश में अपनी पैठ मजबूत की है। नगर निगम और नगर पालिका चुनाव में आप को 6.9 फीसद वोट हासिल हुए हैं। जो बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए खतरे की घंटी है। अब 14 मार्च को आम आदमी पार्टी की रैली में जुटने वाली संख्या भी उसकी ताकत का थोड़ा बहुत अहसास जरूर कराएगी।