भोपाल. प्याज बीज खरीदी घोटाले (Onion Seed Scam) में सरकार एक्शन मोड में है। 18 अक्टूबर को सरकार ने आदेश जारी कर तत्काल प्रभाव से खरीदी के भुगतान पर रोक लगा दी है। साथ ही आयुक्त सह मिशन संचालक मनोज अग्रवाल की मुश्किलें भी बढ़ने वाली है। उद्यानिकी विभाग (Horticulture Department) की अवर सचिव बबीता वसुनिया द्वारा आयुक्त को लिखे पत्र में पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। बता दें कि पूरे मामले में आयुक्त सह मिशन संचालक मनोज कुमार अग्रवाल पर ही गंभीर आरोप हैं। इस मामले में किसी प्रकार की स्वीकृति, सहमति या अनुमोदन नहीं किया गया। निर्धारित दर से दोगुने दाम पर प्याज बीज खरीदे गए। इससे सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ है।
MIDHI में पहली बार खरीदी, उसी में घोटाला
इस साल उद्यानिकी विभाग ने राष्ट्रीय बागवानी मिशन (National Horticulture Mission) में पहली बार किसानों (Farmers) के लिए प्याज बीज खरीदी की। इसी में घोटाला हो गया। 90 क्विंटल प्याज बीज की खरीदी 2 करोड़ रुपए में की गई है। आरोप है कि यह निर्धारित दर से दोगुने दाम पर खरीदे गए।
यह है जांच के मुख्य बिंदु
- सब्जी बीज बेचने की दरें 1100 रुपए प्रति किलो है तो 2300 रुपए प्रति किलो में बीज क्यों खरीदा गया?
इन नियमों की उड़ाई धज्जियां
- उद्यानिकी संचालनालय के 29 सितंबर 2020 को जारी पत्र के अनुसार सब्जी बीज बेचने की दरें (वर्ष 2020-21) 1100 रुपए प्रति किलो है।
किसान नेताओं ने की थी शिकायतें
मामले में 20 सितंबर को किसान एकता मंच (Kisan Ekta Manch) के प्रदेशाध्यक्ष मुकेश पाटीदार और अवधेश मिश्रा ने उद्यानिकी विभाग के आयुक्त मनोज अग्रवाल की दो अलग-अलग शिकायत की थी। वहीं, उद्यानिकी-कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष महेश प्रताप सिंह बुंदेला ने सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) को पत्र लिखकर आयुक्त को हटाने की मांग की है।