देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर में पुलिस की तमाम कोशिशों के बाजवूद कई लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। कंपू थाना इलाके की रहने वाली एक महिला टीचर ठग को अपना रिश्तेदार समझ बैठी और धोखाधड़ी की शिकार हो गई। ठग ने महिला टीचर और उसके भाई को 3 लाख 50 हजार रुपए का चूना लगा दिया। ठग ने महिला से उसका जीजा बनकर मदद मांगी थी। महिला ठग की बातों में ऐसे उलझी कि उसे धोखे की भनक तक नहीं लगी।
शिक्षिका को जीजा बनकर फंसाया
ग्वालियर के कम्पू क्षेत्र में रहने वाली नीरू सिंह पेशे से शिक्षिका हैं। कुछ दिन पहले उनके मोबाइल पर एक कॉल आया था। कॉल रिसीव करते ही कॉल करने वाले ने उनसे पूछा कि साली साहिबा कैसी हैं? पहचाना की नहीं ? अचानक आए कॉल और सामने वाले के साली बोलने पर नीरू थोड़ा कन्फ्यूज हुईं, लेकिन कॉल करने वाले के बातचीत और बोलने के तरीके से उसकी बातों में फंस गई।
ऐसे बनाया ठगी का शिकार
महिला ने बताया कि जीजा जी समझकर कुछ देर बाद बातचीत करने के बाद कॉल करने वाले ने बताया कि उसने आज काम के लिए कॉल किया है। बातचीत के बाद कथित जीजा ने बताया कि उसे किसी को पेमेंट करना है, लेकिन उसके खाते से पैसे ट्रांसफर नहीं हो रहे हैं। इसलिए वो उसके खाते में 25 हजार रुपए डाल रहा जो शाम को आप उस व्यक्ति को भेज देना। इसके बाद जब उसने पैसे ट्रांसफर किए तो कॉल करने वाले ने बताया कि उसके द्वारा किए गए पैसों का ट्रांजेक्शन फेल हो गया है। इस तरह कई बार पैसे डालने के बाद भी हर बार उसने ट्रांजेक्शन फेल होना बताया। फिर उसे एक लिंक भेजी और उसके बाद महिला के खाते से रुपए कटते चले गए। पर तत्काल महिला को कोई मैसेज नहीं आया तो पता ही नहीं चला।
महिला के भाई को बनाया ठगी का शिकार
इसके बाद उसने महिला के भाई अतुल के खाते में पैसे वापस भेजने के नाम पर लिंक भेजी और लिंक को ओपन करते ही उसके खाते से भी बैलेंस निल हो गया। ठगी का शिकार होने पर भाई-बहन ने डरकर किसी को इसकी जानकारी नहीं दी और कुछ दिन बाद जब नीरू के खाते को चेक किया तो पता चला कि कुछ अनजान नंबर पर ट्रांजेक्शन हुआ है। दोनों के खातों से करीब 3 लाख 55 हजार रुपए निकले हैं। ठगी का पता चलते ही शिक्षिका अपने भाई को लेकर क्राइम ब्रांच की साइबर सेल पहुंचा और मामले की शिकायत की। क्राइम ब्रांच ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।
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मामले की जांच-पड़ताल कर रही पुलिस
एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने बताया कि फरियादी ने क्राइम ब्रांच में सूचना दी थी। उसके जीजा के नाम से फोन करके रुपए ट्रांजेक्शन करने का झांसा दिया गया था और जैसे ही ऑनलाइन ठगों द्वारा भेजी गई लिंक को उसने शेयर किया उसके खाते से रुपए कट गए। इसके बाद में आरोपियों द्वारा महिला को बताया गया कि ट्रांजेक्शन में कोई गड़बड़ी हो गई है, इसलिए वे किसी और का नंबर भेजें। महिला ने अपने भाई का नंबर भी ऑनलाइन ठगों को दे दिया और शातिर ठगों द्वारा उसके भाई के खाते से भी रकम उड़ा दी। पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है, इसके साथ ही एडिशनल क्राइम ने लोगों को सलाह दी है। फोन पर सामने वाले व्यक्ति को जब तक वेरीफाई नहीं करें तब तक ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं करें, अन्यथा धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।