Jabalpur. प्रदेश में जगह-जगह शासन की विकास यात्रा का विरोध हो रहा है। इसी क्रम में जबलपुर की सिहोरा विधानसभा में सांसद राकेश सिंह को आंदोलनकारियों के विरोध का सामना करना पड़ा है। दरअसल, सिहोरा वासी लंबे समय से तहसील को जिला बनाने की मांग करते चले आ रहे हैं। मंगलवार को जब सरकार की विकास यात्रा यहां पहुंची तो आंदोलनकारियों ने सांसद राकेश सिंह का जमकर विरोध किया। हालांकि बाद में सांसद ने सिहोरावासियों की इस मांग को प्रदेश शासन के समक्ष रखने का आश्वासन भी दिया है।
सिहोरा के बस स्टैंड में आयोजित विकास यात्रा कार्यक्रम के दौरान लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के सदस्यों ने मंच के सामने ‘जिला सिहोरा अबकी बार’ लिखे हुए पोस्टर सांसद समेत मंच पर उपस्थित नेताओं को पूरे कार्यक्रम के दिखाए। सिहोरा को जिला घोषित करने की मांग करने वालों के अनुसार ऐसा करना सबसे बड़ी प्रगति होगी और आंदोलनकारियों ने चेतावनी भी दी कि अगर सिहोरा जिला नहीं बनता है तो इस बार यहां भाजपा का बहिष्कार किया जाएगा।
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सांसद ने दिया तकनीकी समस्या का हवाला
कार्यक्रम के बाद सांसद राकेश सिंह ने प्रदर्शन कर रहे आंदोलन समिति के सदस्यों से बातचीत की और कहा कि मैं स्वयं मुख्यमंत्री से सिहोरा को जिला बनाने के विषय में बात करूंगा और जहां भी दिक्कतें आ रहीं हैं उनका निराकरण जल्द ही करूंगा। बता दें कि जबलपुर जिले का विभाजन करीब 25 साल पहले हुआ था, तब कटनी समेत 4 तहसीलों को मिलाकर कटनी जिला बनाया गया था। उसके बाद से ही सिहोरा को जिला बनाए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी।
जबलपुर में विकास यात्रा के विरोध का यह पहला मामला है। हालांकि आसपास के जिलों में विकास यात्रा का विरोध अब आम बात हो गई है। सिवनी, दमोह, बालाघाट में रोजाना विकास यात्रा के विरोध की खबरें आ रही हैं। बता दें कि सरकार ने 5 फरवरी से विकास यात्रा की शुरूआत की है जो कि 25 फरवरी तक चलेगी।